आगरा न्यूज़: जनसुनवाई में शिकायतों के निस्तारण करने में आगरा इस बार काफी पिछड़ गया. 120 में से 104 नंबर आने के बाद भी जिले की रैंकिंग 70 रही. अप्रैल में जनसुनवाई के मामले में आगरा की 41वीं रैंक थी. इस बार सबसे ज्यादा शिकायतें नगर निगम, पुलिस और ग्राम्य विकास विभाग की थीं.
जनसुनवाई की शिकायतों में अप्रैल में जिले की रैंक काफी अच्छी थी. 41वीं रैंक लेकर जिले ने शिकायतों के निस्तारण में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन मई में रैंक को सुधारना तो दूर रहा, बल्कि उसके आसपास तक नहीं रह पाए. इस बार सबसे ज्यादा शिकायतें नगर निगम, पुलिस और ग्राम्य विकास विभाग की थीं. नगर निगम की शिकायतों में सीवर लाइन उफनने, कूड़ा न उठाए जाने और नालियों की सफाई होने के बाद सिल्ट न उठाए जाने की रहीं. वहीं ग्राम्य विकास विभाग की शिकायतों में जमीन पर कब्जे, खेतों की मेड़ को तोड़कर अपने खेतों में मिला लेने के मामले ज्यादा रहे.
नंबर ज्यादा पर रैंक में सुधार नहीं
जनसुनवाई में जिले को 120 में से 104 नंबर मिले. उसके बाद भी रैंक में कोई सुधार नहीं हो पाया. इसके पीछे बताया जा रहा है कि शासन स्तर से नंबर की गणना करने में अलग तरीका अपनाया गया. इसके चलते रैंक में सुधार नहीं हो पाया. जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल का कहना है कि जनसुनवाई में प्राप्त शिकायतों के निस्तारण में तेजी लाई जाएगी. साथ ही जिन विभागों में ज्यादा शिकायतें लंबित होंगी उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.