Prayagraj से हर साल निकलेंगे 600 इंटीग्रेटेड लॉ ग्रेजुएट
बारहवीं पास विद्यार्थियों के लिए तीन केंद्रीय और राज्य विश्वविद्यालय में इस बार लॉ फाइव ईयर में 240 सीटें बढ़ी
प्रयागराज: ‘न्याय की नगरी’ कहे जाने वाले प्रयागराज में साल दर साल इंटीग्रेटेड बीएएएलएलबी (लॉ फाइव ईयर) का क्रेज बढ़ता जा रहा है. प्रयागराज में 600 सीटों पर लॉ इंटीग्रेटेड कोर्स में प्रवेश होंगे. इससे हर साल 600 लॉ ग्रेजुएट निकलेंगे. प्रयागराज के बारहवीं पास विद्यार्थियों के लिए तीन केंद्रीय और राज्य विश्वविद्यालय में इस बार लॉ फाइव ईयर में 240 सीटें बढ़ी हैं.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के संघटक कॉलेज आर्य कन्या डिग्री कॉलेज में शैक्षिक सत्र 2024-24 में 120 सीटों पर बीएएलएलबी में पहली बार प्रवेश होगा. इसके अलावा प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) राज्य विश्वविद्यालय कैंपस और डॉ. राजेंद्र प्रसाद नेशनल यूनिवर्सिटी में 60-60 सीटों के सापेक्ष पहली बार प्रवेश लिया गया है. यानी शहर में 240 बढ़ी सीटों पर प्रवेश हो रहा है. इससे पहले इलाहाबाद विश्वविद्यालय कैंपस समेत तीन कॉलेजों में पांच वर्षीय लॉ की पढ़ाई हो रही है. इसमें इविवि और सीएमपी डिग्री कॉलेज में 120-120 और ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज और एसएस खन्ना गर्ल्स डिग्री कॉलेज में 60-60 सीटों के सापेक्ष प्रवेश लिए जा रहे थे. इविवि के विधि विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. हरिबंश सिंह ने कहा कि एलएलबी और बीएएलएलबी के छात्र-छात्राओं में सबसे बड़ा अंतर यह है कि बीएएलएलबी के छात्रों का इंटर के बाद विधि की पढ़ाई पर ही फोकस होता है और उनके पास विधि के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं होता, जबकि एलएलबी का छात्र पीसीएस जे भी देता है पीसीएस भी और बैंक पीओ में भी बैठता है.
52 में 34 बीएएलएलबी छात्रों को मिली थी सफलता: जहां एक ओर यह कोर्स करके निकलने वाले छात्र-छात्राएं अपनी वकालत की लोहा मनवा रहे हैं, वहीं इनमें से कई पीसीएस-जे में सलेक्शन पाकर जज बन गए हैं. पीसीएस-जे 2023 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के 52 छात्र-छात्राओं का चयन हुआ था. इसमें 34 छात्र बीएएलएलबी की पृष्ठभूमि से थे. बीएएलएलबी 2015-20 बैच के ज्यादा विद्यार्थियों के हाथ सफलता लगी थी. टॉप फाइव में पीसीएस जे की टॉपर निशि गुप्ता, दूसरी रैंक पाने वाले शिशिर यादव और पांचवीं रैंक पर चयनित जाह्नवी वर्मा ने इविवि से इसी बैच से बीएएलएलबी की पढ़ाई की है.