5MHz स्पेक्ट्रम अपने नेटवर्क में जोड़ा, यूपी पश्चिम सर्किल में सबसे तेज पकड़
मेरठ। रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड (Jio) को बड़ी सफलता हासिल हुई है। रिलायंस जियो उत्तर प्रदेश पश्चिम समेत सभी 22 टेलीकॉम सर्किलों में प्रीमियम 700 मेगाहर्ट्ज बैंड में 5G स्पेक्ट्रम खरीदने वाला एकमात्र ऑपरेटर बनकर उभरा है, बैंड को 5G के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।
उत्तर प्रदेश पश्चिम सर्किल में जियो, ग्राहकों के बीच सबसे बड़े और सबसे पसंदीदा डिजिटल सर्विस प्रोवाइडर के रूप में उभरा है। उत्तर प्रदेश पश्चिम सर्किल में जियो के विशाल नेटवर्क में लगभग 30000 किलोमीटर फाइबर और 23000 से अधिक नेटवर्क एलिमेंट्स हैं। इसमें टेलिकॉम टावर और स्मॉल सेल इत्यादि शामिल हैं।
यह नेटवर्क 99.5% आबादी को कवर करता है। जियो की अधिकांश साइटें फाइबर से जुड़ी हैं। जो लगभग असीमित डेटा ले जाने की क्षमता रखती हैं और अपने प्रतिस्पर्धियों की तुलना में कई गुना अधिक सक्षम हैं। बता दें कि लॉन्चिंग के 6 साल से भी कम समय में जियो ने 30 जून, 2022 तक उत्तर प्रदेश पश्चिम में 2.16 करोड़ ग्राहक जोड़ लिए थे।
लॉन्च के बाद से ही जियो को लगातार सबसे तेज़ 4G दूरसंचार नेटवर्क का दर्जा मिला हुआ है। जुलाई, 2022 में ट्राई के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, जियो ने राष्ट्रीय स्तर पर 21.6 एमबीपीएस की औसत 4G डाउनलोड स्पीड दर्ज की थी, जो देश के सभी 4G ऑपरेटरों में सबसे अधिक है।
देश और उत्तर प्रदेश पश्चिम सर्किल के मार्केट लीडर रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड (Jio) ने उत्तर प्रदेश पश्चिम सर्किल में 800 मेगाहर्ट्ज बैंड में अतिरिक्त 5 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम अपने नेटवर्क में बड़ी सफलता हासिल की। उत्तर प्रदेश पश्चिम सर्किल में उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश पश्चिम के तमाम हिस्से शामिल माने जाते हैं।
क्या होगा फायदा?
800 मेगाहर्ट्ज बैंड को उसकी उच्च प्रसार क्षमता के लिए जाना जाता है। इससे शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के ग्राहकों को और अधिक व्यापक कवरेज मिलेगी। उपभोक्ताओं को पहले के मुकाबले बेहतरीन इनडोर कवरेज भी मिलेगी। ग्राहक अब और भी बेहतर कनेक्टिविटी, इंटरनेटऔर डाउनलोड स्पीड पाएंगे।
यूपी पश्चिम सर्किल में 4G के लिए 800 मेगाहर्ट्ज बैंड में 5 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम जोड़ने के अलावा जियो ने हाल ही में संपन्न स्पेक्ट्रम नीलामी में 5G सेवाओं की शुरूआत के लिए 700 मेगाहर्ट्ज, 3300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज़ बैंड में क्रमशः 10 मेगाहर्ट्ज, 130 मेगाहर्ट्ज और 1000 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम का अधिग्रहण किया है। इस अधिग्रहण के साथ ही उत्तर प्रदेश पश्चिम सर्किल में जियो सबसे बड़ा स्पेक्ट्रम धारक बन गया है।
प्रीमियम बैंड घोषित
इससे 5G की दौड़ में जियो को शुरुआती बढ़त मिलने की संभावना है। 700 मेगाहर्ट्ज बैंड पर स्टैंडअलोन 5G नेटवर्क को चलाया जा सकता है। इसे अपनी डेटा ट्रैफिक हैंडलिंग के लिए भी जाना जाता है। दुनिया भर में स्टैंडअलोन 5G के लिए 700 मेगाहर्ट्ज बैंड का इस्तेमाल किया जाता है। यहां तक कि अमेरिका और यूरोपीय यूनियन ने भी इसे 5G सेवा के लिए 'प्रीमियम बैंड' घोषित किया हुआ है।