मूर्ति विसर्जन के दौरान 5 लोग गंगा नदी में डूबे, 3 की मौत 2 की हालत गंभीर

Update: 2022-09-09 18:47 GMT

उन्नाव में आज गणेश विसर्जन कार्यक्रम के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया, जिसमे दो लोगों की जान चली गई। सफीपुर कोतवाली क्षेत्र के परियर चौकी के अंतर्गत गंगा किनारे घाट पर अलग-अलग गांव और थाना क्षेत्रों से लोग गणपति विसर्जन के लिए पहुंच रहे थे, इसी दौरान माखी थाना क्षेत्र के से एक ट्राली में बैठकर लोग पहुंचे थे। मूर्ति विसर्जन के दौरान ही मौजूद 5 युवक गंगा स्नान करने लगे। जिसमें माखी थाना क्षेत्र के रहने वाले लवलेश, प्रशांत और विशाल पुत्र रामकिशोर समेत 5 लोग नहाने के दौरान गहरे पानी में चले गए। गहरे पानी में डूबने के कारण से साथ में मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया।

घाट पर मौजूद गोताखोर गंगा में कूदे कड़ी मशक्कत के बाद डूबे सभी युवकों को बाहर निकाला गया। जिसमें लवलेश, प्रशांत की डूबने से मौत हो गई साथ ही विशाल समेत दो गंभीर हो गया। विशाल को प्राथमिक उपचार के बाद कानपुर के हैलट अस्पताल भेजा है। बताया जा रहा है कि घाट पर अवैध खनन के कारण बड़े बड़े गड्ढे हो गए थे, अब जल स्तर बढ़ने के बाद उन गड्ढो में पानी भर गया है। जिससे यहां स्नान करने आने वाले लोग अक्सर इन गड्ढो में डूबकर हादसों का शिकार हो जाते हैं। पिछले वर्ष भी यहां दो लोग डूब गए थे।

आपको बता दें कि आज सफीपुर कोतवाली क्षेत्र के परियार घाट पर आज गणेश विसर्जन के दौरान बड़ा हादसा हो गया। दरअसल विसर्जन के बाद गंगा नहाने गए 5 बच्चे गहराई में चले जाने से डूबने लगे, जबतक उन्हें बचाया जाता सभी पानी मे डूब गए। आनन फानन लोगों ने गंगा में कूदकर बचाव कार्य शुरू किया। हालाकिं कुछ ही देर में गोताखोरों ने भी आकर रेस्क्यू शुरू किया और सभी को बाहर निकाल लिया गया। बाहर निकालने जाने पर तीन की मौत हो चुकी थी, बाकी तीन की हालत गंभीर बनी हुई थी। जिसके बाद गंभीर हालत में सभी को पास के ही निजी नर्सिंग होम में भर्ती करवाया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर विशाल को कानपुर के हैलट अस्पताल रेफर कर दिया गया।

आपको बता दें कि परियार के इस घाट पर बालू खनन का पत्ता आवंटित है, जिसके कारण खनन माफिया बेखौफ होकर यहां खनन करता है। नियमों को ताक पर रखकर खनन माफिया नदी की धारा, घाट और प्रतिबंधित क्षेत्र में भी खुलकर खनन करता है। इसी खनन के कारण घाट के क्षेत्र में बड़े बड़े गड्ढे हो गए हैं, और अब जब गंगा का जलस्तर बढ़ा है तो सभी गड्ढो में पानी भर गया है। जिसके कारण यहां स्नान करने आने वालों को गहराई का अनुमान नही लग पाता और वे हादसे का शिकार हो जाते हैं। आपको बता दें कि पिछले कई वर्षों से ऐसे ही गड्ढो में डूबकर कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। खनन माफिया के रसूख के आगे प्रशासन के जिम्मेदार भी कार्रवाई की हिम्मत नही जुटा पा रहे हैं।

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