लखनऊ में कोरोना मरीजों के लिए 3872 बेड, एयरपोर्ट पर यात्रियों की एंटीजन जांच होगी
लखनऊ न्यूज़: कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने सर्तकता बढ़ा दी है. अब एयरपोर्ट पर आने वाले दो फीसदी यात्रियों की कोरोना जांच की जाएगी. मौके पर एंटीजेन जांच होगी. रिपोर्ट पॉजिटिव आने या लक्षण नजर पर आरटी-पीसीआर जांच कराई जाएगी.
चीन समेत दूसरे देशों में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. संक्रमण का खतरा दूसरे देशों में भी बढ़ रहा है. ऐसे में लखनऊ को संक्रमण से बचाने की दिशा में सख्ती शुरू कर दी गई है. विदेश से आने वाले यात्रियों की निगरानी बढ़ा दी गई है. एयरपोर्ट पर आने वाले दो फीसदी यात्रियों की जांच कराई जाएगी. सर्दी-जुकाम और बुखार के लक्षण वाले यात्रियों को चिन्हित किया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक मौके पर यात्रियों की एंटीजेन जांच कराई जाएगी.
कोरोना लहर से निपटने को स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. बेड से ऑक्सीजन तक की व्यवस्था पुख्ता है. डीएम कार्यालय में सीडीओ की बैठक में सीएमओ ने बताया कि राजधानी के अस्पतालों में लगभग 3872 बेड क्रियाशील हैं. इसमें आईसोलेशन से वेंटिलेटर तक की सुविधा है. जरूरी दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था है. सरकारी अस्पतालों में कोरोना की मुफ्त जांच हो रही है. बैठक में डिप्टी सीएमओ डॉ. संदीप सिंह, डॉ. निशांत निर्वाण, डॉ. सोमनाथ सिंह मौजूद रहे.
जांच टीमें बढ़ाई जा रहीं:
सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि 29 रैपिड रिस्पांस टीम जांच कर रही हैं. जल्द 52 टीमें तैयार होंगी. इससे संक्रमितों की पहचान आसान होगी.
यहां है इलाज की सुविधा:
केजीएमयू, एरा, प्रसाद, कैरियर इंस्टीट्यूट, इंटीग्रल, टीएस मिश्रा, कैसर संस्थान, बलरामपुर, लोकबंधु, राम सागर मिश्र, मलिहाबाद, चिनहट, मोहनलालगंज व गोसाईगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आदि में इलाज की सुविधा है.
जानिए ये भी:
● एल-1 के छह अस्पतालों में 220 बेड आरक्षित हैं.
● एल-2 के सात अस्पताल में 1935 बेड आरक्षित किए हैं
● एल-3 चार अस्पताल में 1717
● प्रतिदिन 1000 से 1100 कोरोना जांच हो रही हैं.