वाराणसी: पूर्वांचल में 35.84 लाख उपभोक्ता लगभग 17 हजार 368 करोड़ से अधिक का बिजली बिल दबाए हुए हैं. ये उपभोक्ता बिलों का नियमित भुगतान नहीं करते. इनमें 10 लाख से ऊपर के बकायेदारों की संख्या 2667 है. इन पर ही लगभग 537 करोड़ रुपये बकाया है. उन्हें सबसे बड़े बकायेदारों की श्रेणी में रखा गया है. दूसरे सबसे बड़े बकायेदारों की संख्या 26 लाख है. इनसे विभाग को 5711 करोड़ वसूलने हैं.
स्थानीय स्तर पर वसूली के प्रभावी प्रयास न होने से बकाया वसूली विभाग के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रही है. अब वसूली के लिए पावर कारपोरेशन के चेयरमैन, प्रबंध निदेशक और निदेशक को फील्ड में उतारा गया है. फोन घुमाओ अभियान के तहत अफसर बड़े बकायेदारों से खुद बात कर बिल जमा करने की अपील कर रहे हैं.
सभी को मिली जिम्मेदारी मुख्य अभियंता 50 हजार से अधिक के बकायेदारों को फोन करेंगे. अधीक्षण अभियंता और अधिशासी अभियंता पचास हजार के कम बकाया वाले उपभोक्ता से बात करेंगे. एसडीओ, जेई, एसएसओ, संविदाकर्मी को भी जिम्मेदारी दी गई है
उपभोक्ता बकाया बिल:
2629584 (10 से 50 हजार) 5711.88
568031 (50 से 01 लाख) 3943.26
384243 (01 से 10 लाख) 7176.82
2667 (10 लाख से ऊपर) 536.52 (करोड़ में)