वाराणसी: रोप-वे संचालित करने के लिए 33 केवी का नया बिजली उपकेंद्र बनाया जाएगा. प्रशासन इसके लिए काशी विद्यापीठ और रथयात्रा चौराहे के आसपास जमीन तलाश रहा है. बिजली विभाग ने इन दोनों स्थानों का सुझाव दिया था. जमीन मिलने के बाद उपकेंद्र का इस्टीमेट बनेगा. रोप-वे का निर्माण पूरा होने से पहले उपकेंद्र बनाने की योजना है.
प्रस्तावित उपकेंद्र को भेलूपुर के 220 केवी उपकेंद्र से जोड़ने की तैयारी है. कैंट स्टेशन से गोदौलिया चौराहे तक रोप-वे की दूरी लगभग 3.8 किलोमीटर होगी. कैंट स्टेशन, काशी विद्यापीठ, रथयात्रा, गिरजाघर और गोदौलिया चौराहे पर बनने वाले रोप-वे के स्टेशन 33 केवी के उपकेंद्र से जोड़े जाएंगे. उल्लेखनीय है कि रोप-वे पर 644.49 करोड़ रुपये खर्च होंगे. परियोजना की आधारशिला पीएम ने इस वर्ष 24 मार्च को रखी थी. कैंट स्टेशन से गोदौलिया के बीच रोप-वे संचालित होगी.
अधिशासी अभियंता अशोक कुमार ने बताया कि रोप-वे के लिए अलग उपकेंद्र बनाने की योजना है. जमीन मिलते ही इस्टीमेट शासन को भेजा जाएगा.
गंगा में घटाव जारी पर अभी घाटों पर है पानी
गंगा के जलस्तर में तीन सेंमी प्रति घंटा की गति से घटाव हो रहा है. रात आठ बजे जलस्तर 67.65 मीटर था. प्रयागराज से बलिया तक जलस्तर में कमी आ रही है. बीते 48 घंटे में वाटर लेवल डेढ़ फीट नीचे गया है.
जलस्तर में कमी के बाद भी अभी गंगा घाटों की सीढ़ियां जलमग्न हैं. कुछ ही घाटों पर स्नान की अनुमति दी जा रही है. इसके चलते हमेशा गुलजार रहने वाले घाटों के सहारे आजीविका चलाने वाले परेशान हैं. वहीं नौका संचालन बंद होने से नाविक भी तनाव में हैं.