पूर्व विधायक समेत 3 गिरफ्तार, ऐसे हुआ समीर हत्याकांड का खुलासा
पुलिस ने समीर की हत्या के आरोप में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर विधायक रह चुके वहाब चौधरी और वहाब के दो भतीजों को गिरफ्तार किया है.
उत्तर प्रदेश| गाजियाबाद जिले में 10 जुलाई को हुई समीर की हत्या के मामले का मुरादनगर पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने समीर की हत्या के आरोप में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर विधायक रह चुके वहाब चौधरी और वहाब के दो भतीजों को गिरफ्तार किया है. वहाब के भतीजे अहद के खिलाफ समीर के परिजनों ने भी शिकायत की थी. अहद ही अंतिम बार समीर को बुलाकर ले गया था जिसके बाद वह वापस घर नहीं लौटा.
जानकारी के मुताबिक कत्ल के इल्जाम में पुलिस ने बसपा के पूर्व विधायक और उसके दो भतीजों को गिरफ्तार किया है. बीते रविवार की सुबह गाजियाबाद की प्रीत विहार कॉलोनी में समीर नाम के शख्स का शव पड़ा मिला था. आरोप है कि बसपा के पूर्व विधायक वहाब चौधरी ने अपने भतीजों को समीर की हत्या करने के लिए उकसाया. पुलिस ने पिस्टल भी बरामद कर लिया है. पुलिस ने अहद, आफताब और वहाब चौधरी को गिरफ्तार किया है.
बताया जाता है कि समीर को अहद बुलाकर ले गया था. अभी पुलिस समीर को ढूंढ रही थी कि रविवार की सुबह प्रीत विहार कॉलोनी में समीर की लाश बरामद हुई. समीर की गोली मारकर हत्या की गई थी. शहजाद ने अपने पुत्र की हत्या के मामले में अहद को नामजद करते हुए तीन अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी. पुलिस ने जब अहद को पकड़ा तब इस हत्याकांड की परत खुलने लगी.
वहाब ने भतीजे को घर बुलाकर मारने को कहा था
पूछताछ के दौरान अहद ने पुलिस को बताया कि मेरी मां की हत्या करीब एक साल पहले हुई थी जिसमें मैं, समीर, शाहरुख और मेरे पिता आस मोहम्मद, मेरे पिता की दूसरी पत्नी भूरी उर्फ तबस्सुम जेल गए थे. समीर फिर से गैंगस्टर में जेल चला गया था जो करीब एक-डेढ़ महीने पहले ही छूटकर आया था. अहद ने पुलिस को बताया कि ताऊ वहाब चौधरी ने अपने घर बुलाया और कहा कि तेरे पिता जेल में हैं और भूरी तबस्सुम, समीर खुले में घूम रहे हैं. इससे हमारी बदनामी हो रही है. तू समीर को मार क्यों नहीं देता.
अहद के मुताबिक उस समय उसके साथ अनस, आफताब, नदीम उर्फ घोड़ा और बिलाल भी मौजूद थे. ताऊ (पूर्व विधायक वहाब) का लड़का आदिल भी मौजूद था. उन्होंने आदिल से पिस्टल देने के लिए कहा. अहद ने पुलिस को बताया कि आदिल ने मुझे पिस्टल दी तो अनस के साथ समीर को 10 जुलाई की शाम के समय खाने-पीने के बहाने बुलाकर लाए और रात के करीब 10 बजे प्रीत विहार कब्रिस्तान के पास ज्वार के खेत में ले जाकर अपने साथियों के साथ समीर की गोली मारकर हत्या कर दिया.