फैजाबाद न्यूज़: सरकारें आई और गईं, लेकिन सिस्टम की तमाम खामियों का फायदा उठाते हुए जिले के 26 चिकित्सकों का लंबे समय से स्थानांतरण नहीं हो सका है. यह चिकित्सक आठ से लेकर 24 साल से इसी जिले में तैनात हैं. अपनी मजबूत पैठ बनाकर इनमें से कई चिकित्सक निजी प्रैक्टिस भी धड़ल्ले से करते हैं हर बार जुगाड़ तकनीक का इस्तेमाल करके अपने पटल पर ही बने रहते हैं. इस बार शासन की ओर से जारी तबादले की नीति में इनकी कुंडली तैयार तकर भेजी गई है, जिससे इनके स्थानांतरण की आशंका प्रबल हुई है.
जिले में मुख्य चिकित्साधिकारी के अधीन लेवल एक से चार तक के 128 चिकित्सक तैनात हैं. नियमानुसार इन चिकित्सकों को जिले में अधिकतम तीन वर्ष व मंडल में अधिकतम सात वर्ष तक तैनाती दी जानी चाहिए. लेकिन इसका अनुपालन हो नहीं पाता है. तैनाती के बाद कुर्सी से इनका मोह बढ़ता जाता है और लोग तमाम तरीके से अपनी जड़ें जमाते रहते हैं. फलस्वरूप येन-केन-प्रकारेण स्थानांतरण को रोकवाने के हर हथकंडे अपनाते हैं.
इसी का प्रमाण है कि जिले में तैनात 128 चिकित्सकों में से 26 ऐसे चिकित्सक हैं, जिनका वर्षों से तबादला नहीं हुआ है. इनमें एक तो एसीएमओ के पद पर तैनात हैं. बताया जाता है कि वह 24 वर्ष से जिले में ही तैनात हैं. एक अन्य एसीएमओ की मंडल में तैनाती अवधि करीब 13 वर्ष हो गई है. एक
सीएचसी के अधीक्षक भी जिले में करीब 12 वर्ष से तैनात हैं. एक पीएचसी पर तैनात चिकित्सक करीब दस साल से अधिक से अपनी सेवाएं इसी जिले में दे रहे हैं.
इसी तरह लेवल एक के 18, लेवल दो के दो, लेवल तीन के तीन व लेवल चार के चार चिकित्सक स्थानांतरण नीति के दायरे में आते हैं, जिनके इस बार स्थानांतरण की प्रबल संभावना है. ऐसे में इन चिकित्सकों में स्थानांतरण को लेकर हलचल तेज है.
सूत्रों के अनुसार इनमें से कुछ चिकित्सकों ने अपने रसूख का इस्तेमाल करके स्थानांतरण रुकवाने में सहायक कड़ी की तलाश भी तेज कर दी है.