मेरठ। पुलिस ने बदमाशों का सत्यापन का काम शुरू कर दिया है। मंगलवार सुबह 5 बजे से पुलिस की 24 टीमें लिसाड़ीगेट पहुंची। थाना क्षेत्र में रहने वाले अपराधियों का सत्यापन का कार्य किया। अपराधियों के लिए लिसाड़ी गेट क्षेत्र पहले से ही काफी बदनाम है। कई बड़े अपराधियों ने लिसाड़ीगेट में अपना ठिकाना बना रखा है। मशहूर सोतीगंज बाजार पर शिकंजा कसने के बाद पुलिस अब लिसाड़ीगेट के अपराधियों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर चुकी है। आज सुबह छह बजे से डेढ़ सौ पुलिसकर्मियों के साथ सत्यापन ऑपरेशन चलाया गया। लिसाड़ी गेट क्षेत्र में रहने वाले करीब साढ़े 300 अपराधियों का पुलिस ने सत्यापन किया। हिस्ट्रीशीटर, डकैती, लुटेरे, वाहन चोर, हत्या अपराधी शामिल हैं।
जेल से छूटने के बाद अपराधी क्या कर रहे हैं। उनका परिवार क्या कर रहा है। अपराधियों का रजिस्टर बनाकर पूरा खाका तैयार किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार थाना लिसाड़ी गेट पर गोकशी, लूट, चोरी, डकैती आदि अपराधों के 300 अपराधियों का सत्यापन किया गया, जिसमें पांच थानों के पुलिस फोर्स को मिलाकर 24 टीमें बनाई गईं। प्रत्येक टीम में एक उपनिरीक्षक, एक बीट कांस्टेबल, एक महिला कांस्टेबल, तीन आरक्षी को लगाया गया। प्रत्येक टीम में पांच पुलिसकर्मी थे। इस तरह से लगभग डेढ़ सौ पुलिस अधिकारी और कर्मचारी द्वारा अभियुक्त गणों के घर पर जाकर उनकी वर्तमान स्थिति व उनका सत्यापन किया गया। सत्यापन में कुछ अपराधी घर पर मौजूद मिले, तो कुछ अपराधी बाहर काम पर गए, कई अपराधियों का सत्यापन नहीं हो सका जो लापता थे। इस तरह से कुल 300 अपराधियों का सत्यापन किया गया।