चार धाम यात्रा को लेकर 228 श्रद्धालुओं ने कराया मेडिकल

Update: 2023-04-30 08:16 GMT

मेरठ: 27 अप्रैल को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद चारधाम यात्रा में जाने के लिए श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने लगी है। हालांकि यात्रा की शुरूआत 22 अप्रैल से ही हो गई है। यात्रा के लिए एक माह पहले से ही श्रद्धालु आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन करा रहे थे जो अभी भी जारी है।

पिछले साल चारधाम यात्रा को बढ़ते कोरोना संक्रमण की वजह से बीच में ही रोकना पड़ा था। वहीं यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं में से जिनकी उम्र 55 वर्ष से अधिक है, उन्हें मेडिकल कराना जरूरी है। मेरठ में पिछले आठ दिनों में कुल 228 श्रद्धालुओं का जिला अस्पताल में मेडिकल हो चुका है जो अभी जारी है।

चारधाम यात्रा उत्तराखंड में पड़नें वाले प्रमुख धार्मिक स्थलों के लिए होती है। इनमें केदारनाथ, बद्रनाथ, यमुनोत्री व गंगोत्री धाम शामिल हैं। यात्रा के लिए आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन होता है जिसके बाद जरूरत पड़ने पर मेडिकल होने के बाद फीस जमा कराकर रजिस्ट्रेशन पूरा किया जाता है। जो श्रद्धालु चारधाम यात्रा करना चाहते है उन्हें रजिस्ट्रेशन के साथ यदि कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ली है तो उनका प्रमाणपत्र दिखाना अनिवार्य है।

जिस यात्री ने एक या कोई भी डोज नहीं लगवाई है तो उसे यात्रा से पहले 72 घंटे की भीतर जारी हुई आरटीपीसीआर कोविड नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। साथ ही यात्रा के दौरान भी कोरोना नियमों का पालन करना जरूरी है। मेरठ से कितने श्रद्धालु इस बार चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके है इसका कोई रिकार्ड प्रशासन के पास नहीं है। ऐसे में कोई भी प्राकृतिक आपदा आने पर उसका शिकार होने वाले श्रद्धालुओं की पहचान कैसे होगी यह बड़ा सवाल उठ रहा है।

16-17 जून 2013 को केदारनाथ में बादल फटने के बाद आई आपदा इसका उदाहरण है। लेकिन उससे भी कोई सबक नहीं लेते हुए जिले से कितने श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए जा रहें है उनका कोई रिकार्ड प्रशासन के पास नहीं है। चारधाम यात्रा में जाने वाले ऐसे श्रद्धालु जिनकी उम्र 55 साल से अधिक है

उनका मेडिकल जिला अस्पताल में चल रहा है। पिछले आठ दिनों में 18 अप्रैल को 19, 19 अप्रैल को 69, 20 को 51, 25 को 19, 26 को 19, 27 को 5, 28 को 38 व 29 अप्रैल दोपहर 12 बजे तक 8 श्रद्धालुओं का मेडिकल हो चुका था, लेकिन इनका भी कोई पक्का रिकार्ड जिला अस्पताल में मौजूद नहीं है। केवल एक रजिस्टर में ही इनकी एंट्री की जा रही है।

चारधाम यात्रा के कितने श्रद्धालुओं का मेडिकल हुआ है इसकी मुझे जानकारी नहीं है। यह जिला अस्पताल प्रशासन की जिम्मेदारी है। जो भी रिकार्ड होगा उन्हीं के पास होना चाहिए। -डा. अखिलेश मोहन, मुख्य चिकित्साधिकारी, मेरठ

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