फतेहपुर. उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में गांजा तस्कर को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हुए हमले के मामले में अब तक 22 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों में एक हिस्ट्रीशीटर और कुछ महिलाएं भी शामिल हैं. घटना थरियांव थाना क्षेत्र के मीरपुर गांव की है, जब 22 मई को थाना प्रभारी अखिलेश प्रताप सिंह मय पुलिस बल के साथ गांजा तस्कर राजीव सिंह उर्फ मुन्ना को पकड़ने गए थे. पुलिस ने दबिश के दौरान घर से जैसे ही पांच किलो गांजा के साथ तस्कर राजीव सिंह उर्फ मुन्ना को गिरफ्तार कर लिया. इसी दौरान उसका हिस्ट्रीशीटर भाई परिजनों और कुछ ग्रामीणों के साथ लाठी-डंडे और ईंट पत्थर लेकर पहुंच गया. उन्होंने पुलिस टीम पर हमला कर दिया और गांजा तस्कर को छुड़ा ले गए.
दबिश डालकर बरामद किया था गांजा
इस हमले में थाना प्रभारी अखिलेश प्रताप सिंह, महिला कांस्टेबल प्रीति वर्मा सहित तीन पुलिस कर्मी घायल हुए थे. घटना के बाद पुलिस अफसरों ने सख्ती दिखाई और अब तक हिस्ट्रीशीटर शीटर जितेंद्र सिंह समेत 22 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इनमें कुछ महिलाएं भी शामिल हैं. सीओ थरियांव प्रगति यादव ने बताया कि 22 मई को सूचना मिली की मीरपुर गांव में राजीव सिंह उर्फ मुन्ना गांजा की बिक्री कर रहा है. इस सूचना थाना प्रभारी अखिलेश प्रताप सिंह पुलिस बल के साथ गांजा तस्कर के घर पर दबिश डाली. दबिश के दौरान पुलिस ने पांच किलो गांजा के साथ तस्कर को गिरफ्तार कर लिया.
गांजा तस्कर के हिस्ट्रीशीटर भाई ने पुलिस पर किया हमला
सीओ ने बताया कि उसी समय तस्कर का भाई हिस्ट्रीशीटर जितेंद्र सिंह परिजनों और ग्रामीणों के साथ मिलकर पुलिस टीम पर हमला दिया, जिसमें थाना प्रभारी सहित तीन पुलिस कर्मी घायल हुए थे. इस मामले में दो अलग-अलग केस दर्ज किए गए थे. पहला केस गांजा तस्कर के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट का दर्ज किया गया था, जबकि दूसरा केस पुलिस पर हमला करने के मामले में 16 नामजद और 50 अज्ञात हमलावरों के खिलाफ दर्ज किया गया था.