मुजफ्फरनगर: जिले में 2100 मुर्दे पेंशन का लाभ ले रहे थे, अर्थात 2100 अपात्र लोग पेंशन ले रहे थे। जब आधार कार्ड से वृद्धावस्था पेंशन के बैंक खाते को लिंक किया गया तो इस बात का खुलासा हुआ। अब 5 हजार 591 नई पेंशन स्वीकृत हुई हैं।
दरअसल मुजफ्फरनगर में पांच हजार से अधिक बुजुर्ग पेंशन के लिए दफ्तरों के चक्कर लगा रहे थे। इसके विपरीत 2100 अपात्रों को पेंशन मिल रही थी। इनमें भी 2000 ऐसे थे जो इस दुनिया में ही नहीं थे और मरने के बाद भी पेंशन ले रहे थे। आधार कार्ड से जब वृद्धावस्था पेंशन के बैंक खाते को लिंक कराया गया तो इस गोलमाल का खुलासा हुआ। जिसके बाद वृद्धावस्था पेंशन केवल पात्रों को ही मिले इसके लिए समाज कल्याण विभाग ने पेंशन के बैंक खातों को आधार कार्ड से लिंक कराया था। जब पेंशन के खातों को आधार कार्ड से लिंक कराया गया तो पता चला कि अकेले मुजफ्फरनगर जिले में 2000 ऐसे लोगों को वृद्धावस्था पेंशन जा रही थी जो इस दुनिया में नहीं हैं। इन लोगों की पहले ही मौत हो चुकी थी। 2100 ऐसे लोग पेंशन ले रहे थे जो पात्र नहीं थे। इनका गोलमाल इसलिए चल रहा था क्योंकि इन्होंने अपना बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक नहीं कराया था। अब आधार कार्ड से बैंक खाता लिंक होते ही यह हेराफेरी पकड़ में आ गई। अब किसी भी पेंशन धारक को पेंशन तभी मिलेगी जब उसकाबैंक खाता आधार कार्ड से लिंक होगा।