157 जोड़ों ने सात फेरे लेकर शुरू की जीवन की नई पारी
आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में परिणय सूत्र में बंधने वालों को गृहस्थी का सामान दिया गया
बरेली: 157 युवक-युवतियों ने सात फेरे लेकर जिंदगी की नई पारी की शुरुआत की. नार्दर्न रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी के परिसर में को आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में परिणय सूत्र में बंधने वालों को गृहस्थी का सामान दिया गया. बैंक खाते में 35 हजार राशि भेजी गई. समाज कल्याण विभाग की ओर से आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विवाह संपन्न हुआ. शादी के लिए वर व वधु पक्ष रिश्तेदारों के साथ मंडप में आए. पांच-पांच जोड़ों को ग्रुपों में एकसाथ बैठाया गया. हर ग्रुप का विवाह कराने के लिए एक-एक तीर्थ पुरोहित बैठे थे. मंत्रोच्चार के बीच सात फेरे लेकर सात जन्मों तक साथ निभाने का संकल्प लिया.
विवाह समारोह संपन्न होने के बाद महापौर उमेशचंद्र गणेश केसरवानी, एमएलसी सुरेंद्र चौधरी, नगर आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग ने नव विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद के साथ विवाह का प्रमाण पत्र दिया. महापौर ने कहा कि गरीब बेटियों की शादी धनाभाव व दहेज के कारण नहीं हो पा रही थी. उन्हीं बेटियों की शादी अब धूमधाम से हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गरीब बेटियों की जिम्मेदारी संभाली. समारोह में अपर नगर आयुक्त अंबरीश कुमार बिंद, नगर मजिस्ट्रेट विनोद कुमार सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ. प्रज्ञा पांडेय, पार्षद शिवसेवक सिंह, उमेश मिश्रा, मीनू तिवारी, आशीष द्विवेदी, मुख्य अभियंता (विद्युत) संजय कटियार, जोनल अधिकारी, डूडा के अधिकारी कर्मचारी और अवर अभियंता राम सक्सेना आदि मौजूद रहे. विवाह के लिए 180 आवेदन आए थे, लेकिन समारोह में सिर्फ 157 जोड़े पहुंचे.