लखनऊ न्यूज़: खटारा रोडवेज बसों से सफर करने वाले यात्रियों के लिए राहत की खबर है. परिवहन निगम अब यात्रियों को नई बसों से सफर कराएगा. बदले में पुरानी और खटारा बसों को बेड़े से हटाएगा. यहीं नहीं, एक अप्रैल 2023 से 15 साल पुरानी बसें नहीं चलेंगी. ऐसी करीब प्रदेश भर में 258 कंडम बसें चिन्हित की गई है,
इन्हें हटाकर 785 नई बसें शामिल की जाएगी. 15 साल पुरानी बसों को स्क्रैप पॉलिसी के तहत बेचेंगे. इसके लिए 11 जनपदों में रजिस्ट्रर्ड स्क्रैपिंग सेंटर पर बसें बेचने के लिए संपर्क किया गया है. इनके जरिए करीब 300 करोड़ रुपये के पुरानी बसों का स्क्रैप यानी कबाड़ में बेचा जाएगा. बदले में 31 मार्च 2023 से नई बसें शामिल की जाएगी. यह बसें प्रदेश के 20 बस डिपो से संचालित होंगी. पुरानी बसें हटाने से तीन फायदें होंगे. पहला बसें अनियंत्रित होकर हादसे नहीं करेंगी. दूसरा हर साल 40 करोड़ का नुकसान नहीं होगा. तीसरा, काला धुंआ उगलते हुए प्रदूषण नहीं फैलाएंगी.एक अप्रैल से 15 साल पुरानी बसें नहीं चलाने का निर्णय लिया गया है. अभी तक 258 बसें चिन्हित की गई है. जैसे-जैसे बसों की उम्र 15 साल पूरी होंगी, वैसे-वैसे बस बेड़े से हटाकर नई बसें शामिल की जाएगी. - अजीत सिंह, पीआरओ, परिवहन निगम, लखनऊ