आगरा : आगरा के बाह में बाल विवाह कराने की तैयारी थी। दूल्हा 30 वर्ष और 15 साल की दुल्हन। 4 मार्च को शादी के बंधन में बंधने जा रहे थे। बृहस्पतिवार को लग्नोत्सव में पहुंची पुलिस टीम ने बाल विवाह को रुकवा दिया। दुल्हन के माता-पिता और पंडित को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। जबकि किशोरी को वन स्टाफ सेंटर इटावा भेजा है।
चित्राहाट के नगला सुरई गांव के 30 साल के युवक का रिश्ता जसवंत नगर क्षेत्र की 15 वर्षीय किशोरी के साथ तय हुआ था। 4 मार्च को शादी होनी थी। बृहस्पतिवार को लग्नोत्सव था। लग्न टीका लिखे जाते समय इटावा के बाल संरक्षण अधिकारी सोहन गुप्ता, प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र विक्रम सिंह, प्रोबेशन कार्यालय के आंकड़ा विश्लेषक उमर मुर्तजा खान, जसवंतनगर के एसआई तबारक अहमद, महिला कांस्टेबल सुनीता यादव की टीम पहुंच गई।
रुकवा दिया गया लग्न टीका का कार्यक्रम
मंगलगीत के बीच लिखे जा रहे लग्न टीका के कार्यक्रम को रुकवा दिया। बाल संरक्षण अधिकारी सोहन गुप्ता ने बताया कि टीम की जांच पड़ताल में किशोरी की उम्र 15 वर्ष 8 माह 13 दिन पाई गई है। बालिका को कस्टडी में लेकर न्यायपीठ बाल कल्याण समिति के माध्यम से वन स्टॉप सेंटर (किशोरी संरक्षण गृह) इटावा पहुंचाया जाएगा।
बालिका के माता-पिता और पंडित पुलिस हिरासत में
पुलिस ने बालिका के माता-पिता और पंडित को पूछताछ हेतु हिरासत में लिया है। इसके साथ ही नगला सुरई में भी बारात न लाने के लिए हिदायत दी गई है। न्यायिक प्रक्रिया के तहत आगे की कार्रवाई की जा रही है। वहीं इस समारोह को लेकर पूरे क्षेत्र में चर्चाओं का दौर जारी है।