मेरठ: सिटी रेलवे व कैंट रेलवे स्टेशन पर जीआरपी के जवान अब तक सीसीटीवी कैमरों की मदद से अपराधियों पर नजर रखते थे। जिसमें जिस जगह सीसीटीवी कैमरा लगा होता था, अपराधी अक्सर उस जगह घटना को अंजाम न देकर दूसरी जगह तलाश कर घटना को अंजाम देकर जीआरपी की पकड़ में आने से अक्सर बच जाता था, लेकिन अब जीआरपी के जवानों को हाल ही में विभाग के द्वारा बॉडीवैन कैमरे मिले हैं। जिनकी मदद से अब वह अपराधियों पर पैनी नजर रख सकेंगे और होने वाली अपराधिक घटना का जल्द खुलासा भी कर सकेंगे।
जिसके लिये हाल ही में सिटी रेलवे स्टेशन पर 15 व कैंट स्टेशन पर चार बॉडीवैन कैमरे पहुंचे हैं। जिनके द्वारा अब जीआरपी के जवान अपनी पॉकिट में इस बॉडीवैन कैमरे को लगाकर प्लेटफार्म एवं ट्रेन के अंदर नजर रख रहे हैं, साथ ही पूरी वीडियो ग्राफी कैमरे के अंदर रिकॉर्ड हो जाती हैं। सीसीटीवी कैमरों से बेहतर दूरी की पिक्चर कैद करने की क्षमता इन बॉडीवैन कैमरों में उपलब्ध है, रात्रि में भी करीब एक किमी दूरी की साफ पिक्चर कैद करने की क्षमता हैं।
सिटी रेलवे स्टेशन के अधीक्षक आरपी सिंह और थानाध्यक्ष जीआरपी राजेंद्र सिंह ने बताया कि अब अपराधियों पर नजर रखने व अपराधिक घटनाओं को रोकने के लिये जीआरपी ने स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए गये थे। जिन जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगे होते हैं, अक्सर अपराधी उन जगहों पर सतर्क होकर या तो घटना को अंजाम देते हैं, या फिर अन्य दूसरी जगहों पर अपराधिक घटना को अंजाम देते थे, लेकिन अब विभाग के द्वारा जीआरपी के जवानों को हाल ही में बॉडीवैन कैमरे उपलब्ध कराये हैं।
जिनकी मदद से जीआरपी के जवान अब ट्रेन के अंदर एवं प्लेटफार्म पर छोटी से छोटी अपराधिक घटनाओं पर इन बॉडीवैन कैमरों की मदद से नजर रखेंगे, इन बॉडीवैन कैमरों की क्षमता सीसीटीवी कैमरों से कैई गुना हैं, जिसमें किसी भी पिक्चर को काफी दूरी से कैद कर सकती हैं। जिसमें सीसीटीवी कैमरे से कुछ दूरी व क्षेत्र में ही नजर रखी जाती थी, लेकिन इन बॉडीवैन कैमरों की मदद से ट्रेन के अंदर एवं पूरे प्लेटफार्म पर नजर रखी जा सकेगी,
जीआरपी के जवानों की पाकेट पर लगे बॉडीवैन कमरों में कै द हुई रिकार्डिंग को बाद में जीआरपी के सर्विलांस टीम के एक्सपर्ट बाद में देखते हैं कि जो बॉडीवैन कैमरे में कैद हुआ है, उसमें कोई संदेह वाली वस्तु एवं कोई घटना तो कैद नहीं हुई जोकि जीआरपी के जवान की नजर से बच गई हो ओर वह बॉडीवैन कैमरे में कैद हो गई हो, जिसके चलते होने वाली अपराधिक घटना को रोका जा सके या उसका खुलासा किया जा सके।
जीआरपी के थानाध्यक्ष राजेंद्र कुमार ने बताया कि सिटी स्टेशन पर 15 एवं कैंट स्टेशन पर चार बॉडीवैन कैमरे जीआरपी विभाग की तरफ से जवानों को उपलब्ध कराये गये हैं। इन कैमरों में ट्रेन के अंदर एवं पूरे स्टेशन की दूरी की पिक्चर जोकि साफ तरह से दिखाई दे वह कैद हो जाती है। इन बॉडीवैन कैमरों की मदद से ट्रेन के अंदर एवं प्लेटफार्म पर होने वाली अपराधिक घटनाओं पर नजर रखी जा सकेगी यदि कोई घटना कैद होती है तो उसका खुलासा जल्द किया जा सकेगा।