आगरा न्यूज़: उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क लखनऊ में 10 से 12 फरवरी के बीच उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (यूपी जीआईएस) का आयोजन किया जा रहा है. रीयल एस्टेट क्षेत्र में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए जिलास्तर पर हाइब्रिड मोड पर (फिजिकल एवं वर्चुअल) इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया. इसमें प्रदेश के सभी प्राधिकरणों से संबंधित निवेशक शामिल हुए. आगरा में संजय प्लेस स्थित होटल में आयोजित समिट में करीब 156 करोड़ रुपये के प्रस्ताव ऑनलाइन पंजीकृत हुए. आगरा में अब तक करीब 1400 करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव पंजीकृत हो चुके हैं.
स्थानीय स्तर पर आयोजित समिट का उद्घाटन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ ने किया. प्रमुख सचिव आवास नितिन रमेश गोकर्ण और अन्य अधिकारी लखनऊ से ऑनलाइन जुड़े. आगरा विकास प्राधिकरण के नगर नियोजक प्रभात कुमार ने बताया कि समिट में बिल्डर, इंजीनियर, आर्किटेक्ट आदि ने रीयल एस्टेट सेक्टर में निवेश की अपार संभावनाओं पर मंथन किया और निवेश को लेकर आने वाली दिक्कतों पर भी मंथन किया. उन्होंने निवेश बढ़ाने के लिए आवास नीति में परिवर्तन, सिंगल विंडो सिस्टम, एनओसी प्रक्रिया को सरल करने के साथ-साथ वर्टिकल विकास के संबंध में सुझाव दिए. आगरा से वास्तुविद् दयाशंकर शर्मा ने कहा कि किसी भू स्वामी को निर्माण से पहले कई विभागों की एनओसी लेनी पड़ती है. मानचित्र की प्रक्रिया ऑनलाइन होने के बावजूद एनओसी के लिए चक्कर लगाने पड़ते हैं. आगरा सबसे बड़े निवेश करने वाले ओमेक्स लिमिडेट के प्रतिनिधि सुनील सोलंकी ने भी सुझाव दिए.
इन्वेस्टर्स समिट में ये रहे मौजूद समिट में एडीए सचिव गरिमा सिंह, सहायक अभियन्ता पीबी यादव, राजकपूर, निवेशक पीएल शर्मा, गोविन्द मित्तल, बीडी अग्रवाल, गौरव सिंह, राकेश गुप्ता, पंकज बंसल, अजय अग्रवाल, आशीष मंगल, सौरभ अग्रवाल, पूरन डावर, किशोर आशीष उपाध्याय, अभिनव सिंह आदि रहे.