लखनऊ: उत्तर प्रदेश के आयुष कॉलेजों में फर्जी तरह से एडमिशन के मामले में जांच कर रही एसटीएफ ने अब निदेशक सहित 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने जांच में पाया है कि मेरिट में हेरफेर करके फर्जी तरह से छात्रों का एडमिशन किया गया था। ऐसे में पात्र छात्रों को इसका लाभ नहीं मिल सका। बता दे इस मामले में एफ आई आर दर्ज होने के बाद आयुर्वेद निदेशक प्रोफेसर एसएन सिंह को पहले ही निलंबित किया गया था अब जांच पूरी होते ही एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है।
जांच में दोषी पाए गए निलंबित निदेशक, आयुर्वेद सेवाएं और सदस्य सचिव काउंसिलिंग प्रो. एसएन सिंह के अलावा निलंबित प्रभारी अधिकारी शिक्षा निदेशालय, आयुर्वेद सेवाएं डॉ.उमाकांत यादव, निदेशालय में काउंसिलिंग की फीस जमा करने की जिम्मेदारी संभालने वाले लिपिक राजेश सिंह और दूसरे सहयोगी लिपिक कैलाश चंद्र शहीद 12 लोगों का नाम शामिल है। मास्टरमाइंड कुलदीप के गिरफ्त में आते ही हेराफेरी की सभी परतें पूरी तरह से खुल गईं। इसी के आधार पर एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया।