एमएमजी और संयुक्त अस्पताल में हीट स्ट्रोक के 10 मरीज पहुंचे
ओपीडी से बाकी मरीजों का उपचार किया गया.
गाजियाबाद: भीषण गर्मी के बीच अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ी है. एमएमजी और संयुक्त अस्पताल में हीट स्ट्रोक के 10 मरीज पहुंचे. इसके इलावा उल्टी-दस्त, पेट दर्द, डिहाइड्रेशन के 450 से ज्यादा मरीज उपचार के लिए पहुंचे. हीट स्ट्रोक के मरीजों को भर्ती कर ड्रिप चढ़ाई गई. जबकि ओपीडी से बाकी मरीजों का उपचार किया गया.
जिला एमएमजी अस्पताल में 1653 नए मरीज उपचार के लिए पहुंचे. नए मरीजों में 826 महिला, 559 पुरुष और 265 बच्चे शामिल रहे. 800 पुराने मरीज के पहुंचने से ओपीडी में खासी भीड़ रही. फिजिशियन की ओपीडी 900 से ज्यादा मरीजों की भीड़ रही. इमरजेंसी में 82 मरीजों को उपचार दिया गया. इसी तरह संयुक्त अस्पताल में 844 मरीजों ने उपचार के लिए पंजीकरण कराया. दोनों अस्पतालों में 450 से ज्यादा मरीज उल्टी दस्त, डायरिया, पेट दर्द की बीमारी से पीड़ित थे. जबकि 345 मरीज बुखार की शिकायत लेकर आए.
संयुक्त अस्पताल के फिजिशियन डॉ. राहुल वर्मा ने बताया कि गर्मी की वजह से बुखार, डायरिया, उल्टी-दस्त के मरीज 40 फीसदी मरीज बढ़े हैं. वहीं, तेज गर्मी की वजह से हीट स्ट्रोक के करीब 10 मामले इमरजेंसी में पहुंचे. इन मरीजों को कमजोरी, चक्कर आना, सिर दर्द, उबकाई और बेहोशी जैसा महसूस होने के बाद अस्पताल लाया गया. ऐसे मरीजों को अस्पताल में ग्लूकोज की बोतल लगाकर पानी की कमी पूरी की गई और गर्मी से बचने की सलाह दी गई. सभी मरीजों को चार घंटे के उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई.
भीषण गर्मी में शहर से लेकर देहात तक तीन से चार घंटे बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है. इंदिरापुरम, वसुंधरा,वैशाली के साथ राजनगर एक्सटेंशन, क्रॉसिंग रिपब्लिक, विजयनगर, नंदग्राम और कविनगर समेत कई इलाकों में समस्या बढ़ गई है.
गाजियाबाद के तीनों जोन में सामान्य मौसम में बिजली की मांग करीब 1350 मेगावाट थी, जो इस सप्ताह बढ़कर करीब 1450-1500 मेगावाट तक पहुंच गई है. मांग बढ़ने के कारण ही शहर में कई जगह फॉल्ट होने शुरू हो गए, जिस कारण बिजली गुल रहती है. ओवरलोडिंग की समस्या होने से दिन में आठ से 10 बार लाइट जा रही है. वसुंधरा सेक्टर एक, कौशांबी, सूर्यनगर, अभय खंड, न्याय खंड, एक राजेंद्र नगर सेक्टर दो और तीन में ट्रिपिंग की समस्या ज्यादा है.