राजधानी लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके के रहने वाले पूर्व संविदाकर्मी बलराम तिवारी की बुधवार सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। ठाकुरगंज इलाके में रहने वाले बलराम ने भाजपा कार्यालय के सामने आग लगा ली थी उसके बाद से सिविल अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। वहीं, पुलिस ने इस मामले में मकान मालिक समेत तीन के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है।
पुलिस के मुताबिक, बलराम बिजली विभाग में संविदाकर्मी था। बलराम की पत्नी सोनिया ने मकान मालिक मनीष पाल पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था साथ ही आम्रपाली चौकी इंचार्ज रमापति पर शिकायत नहीं सुनने का भी आरोप लगाया था।
यूपी विधानभवन के सामने भाजपा कार्यालय के गेट नंबर दो के पास शुक्रवार रात बलराम ने आत्मदाह कर लिया था जिसमें वह 60 फीसदी से अधिक जल गया था। सिविल अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। बुधवार सुबह उसकी मौत हो गई।
सोनिया के मुताबिक, करीब पांच महीने पति की नौकरी छूटने से किराया नहीं दे पा रहे थे। नौ हजार रुपये बकाया था। कर्ज लेकर छह हजार रुपये मकान मालिक मनीष को दिया था, बाकी तीन हजार के लिए वह दबाव बना रहा था। मोहलत मांगने पर अभद्रता करता था। पुलिस से शिकायत की तो कार्रवाई नहीं की गई। परेशान होकर आत्मदाह कर लिया।