नौकरी का झांसा देकर, बेरोजगारों को बनाते है शिकार
4 साल पहले बेरोजगारों को ठगा गया लेकिन आज तक नही मिला न्याय। पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज कर ली लेकिन कोई कार्यवाही ना होने से परेशान पीड़ित बेरोजगारों ने 10 सितंबर से दी है धरने पर बैठने की चेतावनी
4 साल पहले बेरोजगारों को ठगा गया लेकिन आज तक नही मिला न्याय। पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज कर ली लेकिन कोई कार्यवाही ना होने से परेशान पीड़ित बेरोजगारों ने 10 सितंबर से दी है धरने पर बैठने की चेतावनी। मामला थाना कादरचौक बदायूँ का है। बदायूँ थाना कादरचौक क्षेत्र के जसविंदर और शीशपाल का कहना है कि सपा सरकार के दौरान मोहित यादव नाम के युवक ने उनसे ठगी की है वह अपने को समाजवादी का प्रदेश लेवल का नेता बताता था और अपने चाचा प्रिंस यादव के संबंध सरकार में अधिकारियों और नेताओं से होने की बात करता था उसने हमें भरोसा दिया कि वह कई लोगों की नौकरी बिजली विभाग स्वास्थ विभाग और राजस्व विभाग में लगवा चुका है। मोहित यादव की बातों पर विश्वास कर जसविंदर और शिशुपाल ने अपनी नौकरी लगवाने के 350000 रुपए मोहित यादव ऑफ प्रिंस यादव को दे दिए।
इन दोनों ने जसविंदर और शिशुपाल को एक लेटर दिया जिसमें अमरोहा के स्वास्थ्य विभाग में उनकी नौकरी लगनी थी जब दोनों अमरोहा पहुंचे और वहां स्वास्थ्य विभाग के सीएमओ से बात की तो उन्होंने कहा कि यह लेटर फर्जी है इससे नौकरी नहीं मिलेगी। दोनों ने वापस आकर मोहित और प्रिंस यादव से बात की तब दोबारा इन लोगों ने उन्हें हाथरस भेज दिया इनमें से एक व्यक्ति को 8 महीने की संविदा पर हाथरस के स्वास्थ्य विभाग में नियुक्ति दे दी लेकिन इन्हें एक भी माह की तनख्वाह नहीं मिली। वापस आकर जब इन दोनों ने अपने पैसों की मांग की तो मोहित यादव और प्रिंस यादव सरकार का झांसा देकर इन्हें धमकाने लगे।
जब जसविंदर और शिशुपाल ने इसकी शिकायत की तो तत्कालीन सरकार में पहुंच के चलते उनकी कोई कार्यवाही नहीं हुई अब जाकर इन लोगों ने अपना मुकदमा दर्ज कराया है। जसविंदर का कहना है कि पुलिस अभी तक कोई कार्यवाही इन लोगों पर नहीं कर रही है हमने अपने घर का जेवर और जमीन बेचकर नौकरी की आस में इन लोगों को पैसा दिया था अब हम बर्बाद हो चुके हैं प्रशासन के अधिकारियों से लगातार न्याय की गुहार लगा रहे हैं लेकिन हम को न्याय नहीं मिल रहा अब हम तंग आकर 10 सितंबर को प्रशासन के खिलाफ परिवार सहित धरना देंगे और न्याय की गुहार लगाएंगे।