स्टेट न्यूज़: देश में संगठित क्षेत्र में दूध के कारोबार को बढावा देने तथा किसानों को दूध की उचित कीमत दिलाने के उद्देश्य से सहकारी क्षेत्र में दो लाख समितियों का गठन किया जायेगा । सहकारिता राज्य मंत्री बी एल वर्मा ने आज यहां अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह , सहकारी मेला और दिल्ली के प्रथम मुख्यमंत्री चौधरी ब्रह्मप्रकाश की प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि संगठित क्षेत्र में दूध के व्यवसाय को बढावा देने के लिए जल्दी ही दो लाख सोसाइटी का गठन किया जायेगा । दूध व्यापार के क्षेत्र में सहकारिता को भारी सफलता मिली है । इसे और बढावा दिया जायेगा जिससे अधिक से अधिक किसान सहकारी समितियों से जुड़ सकें और उन्हें उनके उत्पाद का सही मूल्य मिल सके । उन्होंने कहा कि मत्स्य के क्षेत्र में सहकारिता को अच्छी सफलता मिली है और इस क्षेत्र में अधिक से अधिक सोसाइटी का गठन किया जायेगा । उन्होंने कहा कि देश में आठ लाख 60 हजार सहकारी समितियां हैं जिनमें 29 करोड़ सदस्य हैं। इसी प्रकार से देश में 95 हजार प्राथमिक कृषि साख सहयाेग समिति हैं जिनमें से 63 हजार ही सक्रिय हैं । उन्होंने कहा कि सरकार गांव गांव में प्राथमिक कृषि साख सहयाेग समिति का गठन करना चाहती है और तीन लाख प्राथमिक कृषि साख सहयाेग समिति बनाने की उसकी योजना है जिससे अधिक से अधिक किसानों को कृषि के लिए ऋण तथा अन्य सुविधायें मिल सके।
वर्मा ने कहा कि सरकार एक नयी सहकारिता नीति लायेगी । इस संबंध में एक समिति का गठन किया गया है । सरकार सर्वसमावेशी सहकारिता नीति लाना चाहती है तथा इसके लिए राज्यों से पूरा सहयोग लिया जायेगा । उन्होंने कहा कि सहकारिता के माध्यम से भंडारण क्षमता बढाने की भी योजना है । इससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भंडारण को लेकर काफी सुविधा मिलेगी । सहकारिता राज्य मंत्री ने कहा कि सहकारी क्षेत्र के चीनी मिलों को वित्तीय समस्यायें थी जिसका समाधान कर लिया गया है । उन्होंने युवाओं से सहकारी क्षेत्र में आने तथा इसे गतिशील बनाने का अनुरोध किया । समारोह को कई अन्य नेताओं ने भी सम्बोधित किया ।