अगरतला। 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नजरों से कोई भी भ्रष्टाचार करके बच नहीं सकता।' त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने शुक्रवार को पार्थ चटर्जी से जुड़े परिसरों से करोड़ों रुपये मिलने पर पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए यह टिप्पणी की। साहा ने यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बड़ी मात्रा में नकदी और सोने की बरामदगी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की वजह से संभव हुई है। उन्होंने कहा, 'हमें मतों की गिनती देखने की आदत है, लेकिन अब राज्य में नकदी की गिनती हो रही है और किसी को नहीं पता कि यह कब खत्म होगी। अब सबकुछ बाहर आ रहा है।
साहा ने कहा, यह प्रधानमंत्री मोदी और शाह की वजह से संभव हुआ है। मोदी का मतलब भ्रष्टाचार मुक्त शासन है।मोदी युग में भ्रष्टाचार कर कोई भी भाग नहीं सकता है।'' उन्होंने दावा किया कि केवल कुछ राज्य ही गैर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित हैं और वह दिन दूर नहीं जब ये राज्य भी भाजपा शासित होंगे। तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'अगर चालक ईमानदार होता है तो सह यात्री भी साफ और पारदर्शी होने को मजबूर होते हैं। हम प्रधानमंत्री मोदी के दिखाए पारदर्शी रास्ते का अनुसरण करने लिए मजबूर हैं।
साहा की यह टिप्पणी त्रिपुरा में तृणमूल कांग्रेस द्वारा आधार बनाने की पुरजोर कोशिश करने के बीच आई है। त्रिपुरा में बड़ी आबादी बांग्ला भाषियों की है। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस पूर्वोत्तर के इस राज्य में कोई प्रभाव जमाने में अबतक असफल रही है। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षामंत्री पार्थ चटर्जी को कथित स्कूल भर्ती घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया है। चटर्जी की गिरफ्तारी उनके करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट से नकदी मिलने के बाद हुई।