त्रिपुरा की राजधानी अगरतला के पूर्वी हिस्से में कुछ अज्ञात शरारती तत्वों द्वारा कथित तौर पर धार्मिक स्थल को अपवित्र करने के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया। तनाव की स्थिति को देखते हुए किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है
इस दौरान, पश्चिम त्रिपुरा जिला प्रशासन ने अगली सूचना तक नंदननगर क्षेत्र में पांच या उससे अधिक लोगों के एक साथ खड़े होने पर रोक लगा दी है। साथ ही इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिये गये हैं। सदर के उप जिलाधिकारी आसिम साहा ने कहा, प्रशासन ने समुदायों के बीच शांति बनाए रखने के लिए तत्काल कदम उठाए हैं। हम प्रशासनिक कार्रवाई के माध्यम से मामले का समाधान करेंगे और किसी भी प्रकार की सांप्रदायिक उत्तेजना की अनुमति नहीं देंगे
शहर के लोगों ने कथित तौर पर सोमवार रात धार्मिक स्थल में घुसकर उत्पाद मचाने के विरोध में मंगलवार को सड़ जाम कर दी। इलाके में स्थिति बिगड़ने पर प्रशासन ने तुरंत हस्तक्षेप कर प्रदर्शनकारियों को हटाया, लेकिन इसके बावजूद भी क्षेत्र तनाव बना रहा। स्थानीय निवासियों ने हालांकि आरोप लगाया कि भू-माफिया ने जमीन हड़पने के लिए ऐसा कृत्य किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार भू-माफिया को जब लगा कि कानूनी रूप से जमीन पर कब्जा नहीं किया जा सकता तो उन्होंने दो समुदाय के बीच तनाव पैदा करने के लिए इस तरह नई साजिश रची। एक स्थानीय निवासी ने कहा, दो साल पहले भी एक समूह द्वारा इसी तरह के प्रयास किए गए थे। तब सरकार ने हमें आश्वासन दिया कि क्षेत्र का सीमांकन किया जाएगा और शांति सुनिश्चित करने के लिए सभी उपाय किए जाएंगे, लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ।