त्रिपुरा: नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा के शीर्ष नेता जैकब हरंगखल को पुलिस हरासत में लिया गया

Update: 2022-07-09 11:00 GMT

त्रिपुरा की एक अदालत ने प्रतिबंधित संगठन नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (एनएलएफटी) के शीर्ष नेता जैकब हरंगखल को शनिवार को पांच दिनों की पुलिस हरासत में भेज दिया। जैकब को बुधवार को मिजोरम की राजधानी एजोल में गिरफ्तार किया गया था।

त्रिपुरा पुलिस की एक टीम उसे ट्रांजिट रिमांड पर शुक्रवार को अगरतला लेकर आयी थी। स्थानीय अदालत ने उसे आज पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया। जैकब शहर के कुंजाबन सुवीर कुमार देववर्मा से एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के संबंध में न्यू कैपिटल कॉम्प्लेक्स थाने में लंबित एक मामले में वांछित था। उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता विभिन्न धाराओं और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था।
मिजोरम पुलिस द्वारा एजोल में उसे हिरासत में लिए जाने के बाद पुलिस उपाधीक्षक जयंत कर्माकर के नेतृत्व में त्रिपुरा पुलिस की एक टीम जैकब को न्यू कैपिटल कॉम्प्लेक्स पुलिस स्टेशन ले आई थी। पुलिस ने कहा, जैकब संबंधित सरकारी अधिकारियों द्वारा बनाए गए चरमपंथी सूची के अनुसार एनएलएफटी का स्वयंभू अध्यक्ष है और वह लंबे समय से तेलियामुरा पुलिस स्टेशन के गैर-जमानती वारंट के संबंध में भी वांछित था। विशेष शाखा पुलिस और अन्य केंद्रीय एजेंसियों की एक टीम ने उससे पूछताछ की है। एनएलएफटी का गठन वर्ष 1989 में किया गया था। वर्ष 1991 में केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा प्रतिबंधित किए जाने से पहले बंगलादेश और म्यांमार के विभिन्न हिस्सों में इसने शिविर बनाये थे। इसके नेताओं और कार्यकर्ताओं की एक बड़ी संख्या ने अपने हथियारों और गोला-बारूद के साथ वर्षों में आत्मसमर्पण कर दिया, जिससे यह संगठन लगभग न के बराबर हो गया। कुछ कार्यकर्ता हालांकि,संगठन को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे हैं। जैकब उनमें से एक है।


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