अगरतला: त्रिपुरा में 28 जून को हुई रथ दुर्घटना में एक और व्यक्ति की मौत के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर दस हो गई है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।उन्होंने बताया कि पीड़ितों में चार महिलाएं और इतने ही बच्चे शामिल हैं।
इस दुखद घटना के बाद 31 दिनों तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद रूपा घोष (32) नाम की एक श्रद्धालु की शुक्रवार रात दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई। 28 जून को उत्तरी त्रिपुरा के कुमारघाट इलाके में लोहे से बने एक रथ के ऊपर से गुजर रहे हाईटेंशन तार के संपर्क में आने से नौ लोगों की मौत हो गई और 30 अन्य घायल हो गए।
एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि वार्षिक रथ यात्रा जुलूस की वापसी यात्रा 'अल्टो रथ' के अवसर पर निकाले गए रथ पर भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और भगवान बलभद्र की मूर्तियां थीं।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा था कि सैकड़ों भक्त इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस (इस्कॉन) द्वारा निकाले गए रथ की रस्सी खींच रहे थे, जो 11,000 वोल्ट के हाई-टेंशन तार के संपर्क में आ गया, क्योंकि उचित एहतियाती कदम नहीं उठाए गए थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मौतों पर शोक व्यक्त किया था और मृतकों के परिवारों के लिए 2 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की थी। त्रिपुरा सरकार ने मृतकों और घायलों के परिवारों को मुआवजा भी दिया। घटना की मजिस्ट्रेटी और उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
-आईएएनएस