पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में नई सरकार के गठन के कुछ दिन बाद ही विपक्षी सांसदों के एक समूह पर हमला हुआ
पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में नई सरकार के गठन
पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में नई सरकार के गठन के कुछ दिन बाद ही विपक्षी सांसदों के एक समूह पर हमला हुआ है। ये हमला उस वक्त हुआ जब कांग्रेस और वाम दलों के सांसद राज्य में हिंसा की जांच के लिए अगरतला पहुंचे थे। अगरतला पुलिस का कहना है कि सिपाहीजाला जिले में उन पर भी हमला किया गया। ये टीम दो दिवसीय दौरे पर त्रिपुरा पहुंची थी।
सीपीआई (एम) त्रिपुरा के राज्य सचिव और पूर्व मंत्री जितेंद्र चौधरी ने कहा कि बीसलगढ़ के नेहलचंद्र नगर बाजार में हुए जघन्य हमले के कारण संसदीय दल को निर्धारित अपने शेष बाहरी कार्यक्रमों को स्थगित करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। कांग्रेस और माकपा के सूत्रों ने कहा कि जब संसदीय दल के सदस्य सिपाहीजला जिले के हिंसा प्रभावित बिशालगढ़ गए तो सत्ताधारी भाजपा समर्थित कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया और तीन वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
माकपा ने एक बयान में कहा, सांसद और उनके साथ गए कांग्रेस और माकपा नेता तुरंत वहां से चले गए और बड़े हमले से बच गए। भाजपा कार्यकर्ताओं ने पश्चिमी त्रिपुरा के मोहनपुर में संसदीय दल के दौरे में भी बाधा डाली। पुलिस के एक बयान में कहा कि स्थानीय विधायकों और नेताओं के साथ सांसदों को विशालगढ़ के नेहल चंद्र नगर में एक अनिर्धारित दौरे के दौरान नारेबाजी का सामना करना पड़ा। भाकपा (CPI) सांसद बिनॉय विस्वाम ने बताया कि फैक्ट फाइंडिंग टीम के 12 मार्च तक राज्य में रहने की उम्मीद है। इसके बाद वह एक रिपोर्ट पेश करेगी और अगले संसद सत्र में इस मुद्दे को उठाया जाएगा जो 13 मार्च से शुरू हो रहा है।