अगरतला-ढाका पैसेंजर बस को अखौरा चेकपोस्ट पर रोका, कई मोबाइल, साड़ियां और इलेक्ट्रॉनिक सामान बरामद
रतला-ढाका पैसेंजर बस को अखौरा चेकपोस्ट
बीएसएफ ने रविवार को अखौरा सीमा चौकी पर यात्री बसों के नीचे गुप्त स्थान बनाकर अवैध रूप से परिवहन कर रहे मोबाइल, साड़ियों सहित बड़ी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक सामान जब्त किया।
ये सामग्री अगरतला-ढाका पैसेंजर बस से जब्त की गई थी।
यह बताया गया है कि यद्यपि वाहन त्रिपुरा सड़क परिवहन निगम का है, बस वास्तव में एक पीपीपी मॉडल अनुबंध के तहत कोलकाता स्थित परिवहन एजेंसी 'रॉयल ट्रैवल' द्वारा संचालित की जाती है। वाहन संख्या टीआर01सी- 1299 है। कार के चालक व सह चालक को भी गिरफ्तार किया गया है। इनके नाम एमडी बादल और एमडी सहेल हैं।
सूत्रों ने कहा कि बीएसएफ ने यात्री बस के नीचे एक छिपे हुए डिब्बे से 500 नंबर महंगे मोबाइल सेट और 70 महंगी साड़ियां और कई अन्य मूल्यवान इलेक्ट्रॉनिक सामान बरामद किए।
बताया जा रहा है कि बस को सीज कर दिया गया है। इस घटना में बस में सवार यात्रियों को काफी प्रताड़ना का सामना करना पड़ा। इससे यात्रियों में काफी रोष व्याप्त हो गया।
गौरतलब है कि अगरतला से ढाका तक विभिन्न सामग्रियों की तस्करी करते हुए त्रिपुरा सड़क परिवहन की यात्री बसें पहले भी कई बार पकड़ी जा चुकी हैं। लेकिन राजधानी पुलिस की खुफिया शाखा हमेशा अंधेरे में रहती है।
बताया जाता है कि तस्करों ने टीआरटीसी परिसर में ही बस में नशीला पदार्थ लोड कर दिया था। शनिवार की रात को बस में मोबाइल फोन, साड़ी और अन्य भारतीय सामान अवैध रूप से बांग्लादेश ले जाने के लिए वाहन में लोड किया गया था, लेकिन राजधानी की खुफिया शाखा से कोई खबर नहीं आई। हालांकि, ऐसे आरोप हैं कि तस्करी के ये धंधे कुछ पुलिस खुफिया विंग के अधिकारियों के साथ गुप्त संबंधों के आधार पर चल रहे हैं।
खबर यह भी है कि इस घटना में बीएसएफ के दो जासूसों ने शनिवार रात भर घटना पर नजर रखी. बीएसएफ टीआरटीसी स्टैंड या अगरतला शहर में बस पर छापा मार कर मादक पदार्थ बरामद कर सकता था। लेकिन बीएसएफ की 145 बटालियन की जी कंपनी ने नहीं किया। चेक पोस्ट पर पहुंचने पर बस को रोक लिया गया।