अगरतला, (आईएएनएस)| चुनाव आयोग द्वारा त्रिपुरा विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा करने के महज कुछ ही घंटों बाद धलाई जिले में आदिवासी तिपराहा इंडिजिनस प्रोग्रेसिव रीजनल एलायंस (टीआईपीआरए) पार्टी के 44 वर्षीय एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि हत्या गैर-राजनीतिक थी और वित्तीय विवादों के कारण की गई।
अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है और पुलिस इस मामले में दो और फरार लोगों की तलाश कर रही है।
टीआईपीआरए सुप्रीमो प्रद्योत बिक्रम माणिक्य देब बर्मन ने कहा कि राज्य के सत्तारूढ़ भाजपा सदस्यों ने प्रणजीत नमसुधरा पर हमला किया और वह गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में अस्पताल में उनकी मौत हो गई।
पुलिस ने कहा कि कुछ अज्ञात बदमाशों ने नमसुद्र पर उस समय हमला किया, जब वह अपने दोस्त के साथ बुधवार देर शाम दोपहिया वाहन से घर लौट रहे थे।
बदमाशों ने बामनचेरा इलाके में पीड़िता पर हमला करने के बाद उसे बाहर खींच लिया और उसके साथ मारपीट की।
बाद में पुलिस टीम ने पीड़ित को अस्पताल पहंचाया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
यह घटना बुधवार को पश्चिम त्रिपुरा जिले के मजलिशपुर में कांग्रेस की बाइक रैली पर हमले के बाद हुई।
हमले में एआईसीसी महासचिव अजय कुमार समेत 10 कांग्रेसी घायल हो गए।
कांग्रेस नेता और पार्टी के इकलौते विधायक सुदीप रॉय बर्मन ने आरोप लगाया कि एक मंत्री ने कांग्रेस की रैली पर हमला करने के लिए भाजपा के कार्यकर्ताओं को उकसाया।
रॉय ने आगे बताया, "हमने चुनाव आयोग को पहले ही बता दिया है कि 60 विधानसभा क्षेत्रों में से मजलिसपुर सहित 5/6 निर्वाचन क्षेत्रों में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कराने के लिए कोई अनुकूल स्थिति नहीं है।"
60 सदस्यीय त्रिपुरा विधानसभा के लिए चुनाव 16 फरवरी को होंगे। वोटों की गिनती दो मार्च को होगी।
--आईएएनएस