दो बंदियों के प्राइवेट पार्ट से बीड़ी के बंडल निकालने के लिए डॉक्टर को काफी मशक्कत करनी पड़ी
जोधपुर जेल के कर्मचारियों की मिलीभगत से जेल की सुरक्षा में सेंध लग रही है। दो बंदियों के प्राइवेट पार्ट में बीड़ी के तीन बंडल मिले हैं। सोनोग्राफी में बीड़ी के बंडलों की पुष्टि होने के बाद दोनों को एमजीएच ले जाया गया। जहां एक कैदी के प्राइवेट पार्ट से एक और दूसरे के प्राइवेट पार्ट से बीड़ी के दो बंडल निकले।प्राइवेट पार्ट से बीड़ी के बंडल निकालने के लिए डॉक्टर को काफी मशक्कत करनी पड़ी। बंदियों तक बीड़ी के बंडल कैसे पहुंचे इसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है। जिसके बाद जेल प्रशासन की शिकायत पर जेल में बंद इन दोनों दोनों आरोपी बंदियों के खिलाफ रातानाड़ा थाने में मामला दर्ज कराया गया है।
रातानाड़ा थाना अधिकारी भारत रावत ने बताया कि 30 जून को जेल प्रशासन की ओर से रिपोर्ट दर्ज कर बताया गया कि 29 जून को उद्योग शाला से जब सभी बंदी जेल में लौट रहे थे। तब शक होने पर दो बंदियों की जांच की गई। पूछताछ में सामने आया कि दोनों ने अपने प्राइवेट पार्ट में बीड़ी के बंडल रखे हैं, ताकि पकड़ में नहीं आ सकें। जेल के भीतर ही दोनों की सोनोग्राफी की गई तो इसमें बीड़ी के बंडल फंसे होने की पुष्टि हो गई।
थानाधिकारी ने बताया कि दंडित बंदी पाली जिले के बाली थानान्तर्गता सेसली निवासी शिवनाथ पुत्र गुलाबनाथ और उत्तरप्रदेश के जौनपुर रामनगर निवासी रोहिताश उर्फ रोहित पुत्र श्याम गिरी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। रोहिताश ने अपने प्राइवेट पार्ट में दो और शिवनाथ ने एक बीड़ी का बंडल छुपा रखा हुआ था। बाद में दोनों को एमजीएच ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने बीड़ी के बंडल निकाले। इससे पूर्व कुछ बंदियों के प्राइवेट पार्ट से मोबाइल निकाले जा चुके हैं। एक बंदी के पेट का ऑपरेशन कर मोबाइल निकालना पड़ा था।