झटपट दौलत की चाह हुई दूर, आखिर गिर पड़ी हाथ पे हथकड़ी! 100 से अधिक कोंटी घोटाले का खुलसा
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दिल्ली पुलिस: दिल्ली अपराध शाखा ने गुरुवार को 100 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी के मामले में दिल्ली के रोहिणी इलाके से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक पूर्व रसोइया को गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक 38 वर्षीय आरोपी 2004 से 2006 तक बीएसएफ में था। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने राजस्थान में 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी के आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, अपराधी 46 मामलों में वांछित था और उसके खिलाफ धोखाधड़ी के कुल 59 मामले हैं। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी का नाम ओमराम उर्फ राम मारवाड़ी है और वह जोधपुर का रहने वाला है.
अमीर बनने के लिए छोड़ी बीएसएफ की नौकरी
आरोपी ओमराम ने सिर्फ 12वीं तक पढ़ाई की है और 2004 से 2006 के बीच बीएसएफ में रसोइया का काम किया है। उन्होंने जल्दी अमीर बनने के लिए अपनी बीएसएफ की नौकरी छोड़ दी। इसके बाद आरोपी ने राजस्थान के जयपुर में सुरक्षा एजेंसी खोली थी। लगभग 60 लोगों को रोजगार देने के बाद उन्होंने एजेंसी को किसी और को बेच दिया और अपनी खुद की मार्केटिंग कंसल्टेंसी कंपनी शुरू की।
नई कंपनियां खोलकर ठगी
आरोपी एक के बाद एक धोखे से बंद करते रहे और नई-नई कंपनियां खोलते रहे। ओमराम ने एमआईएम नामक एक मार्केटिंग फर्म शुरू की थी, जिसने 4000 रुपये का कमीशन देने का दावा किया था। वह एक साल में हजारों सदस्य बनाकर करीब 100 करोड़ की ठगी कर फरार था। इसी तरह साल 2021 में आरोपी ने एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के जरिए लोगों को ठगा था। 2020 में ओमराम को रेप के एक मामले में भी गिरफ्तार किया गया था। राजस्थान पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए इनाम की भी घोषणा की है। पुलिस की टीम करीब छह महीने से उसकी जांच कर रही थी। पुलिस उपायुक्त विचित्र वीर के मुताबिक क्राइम ब्रांच की टीम को सूचना मिली थी कि ओमराम रोहिणी इलाके में आने वाला है. इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाकर उसे गिरफ्तार कर लिया।