कानपुर: शादी का दबाव बनाने पर हेड कांस्टेबल ने नर्स की एटा में हत्या कर शव कुएं में फेंक दिया था। पुलिस को गुमराह करने के लिए नर्स का मोबाइल और सिमकार्ड अयोध्या में फेंका था। कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने 50 साल के हेड कांस्टेबल ओर उसके साथी को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने सर्विलांस की मदद से दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। डीसीपी रविंद्र कुमार ने बताया कि गुजैनी के ओ ब्लॉक तात्याटोपे नगर निवासी 50 वर्षीय मनोज कुमार पुलिस लाइन में हेड कांस्टेबल है। वह शादीशुदा है। तीन साल पहले उसकी बर्रा थाने में तैनाती थी। उसी दौरान उसकी नजदीकियां बर्रा निवासी निजी अस्पताल में नर्स शालिनी तिवारी से बढ़ गईं थीं। कुछ दिनों बाद शालिनी ने शादी का दबाव बनाना शुरू कर दिया।
नर्स की हत्या में सिपाही और उसके साथी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। जिस कार से अपहरण किया गया, वह भी बरामद कर ली गई है। बर्रा थाने में दर्ज गुमशुदगी की धारा को हटाते हुए अपहरण, हत्या, साजिश के तहत शव को छिपाने की धारा बढ़ा दी गई है
मूलरूप से फतेहपुर जनपद के परसेड़ा गांव निवासी किसान बाबू प्रसाद तिवारी, पत्नी संगीता, बेटी शालिनी व बेटे अमित के साथ वर्ष 2022 से बर्रा थानाक्षेत्र में किराये के मकान में रह रहे हैं। शालिनी कल्याणपुर स्थित मेडिकल कॉलेज से नर्सिंग का कोर्स करने के बाद दामोदरनगर निवासी पप्पू सिंह परिहार के मकान में किराये पर रहने लगी। इसबीच शालिनी के प्रेम संबंध बर्रा थाने में पीआरवी में तैनात दो बच्चों के पिता 50 वर्षीय हेड कांस्टेबल मनोज कुमार से हो गए थे।
शालिनी के भाई ने बताया कि कांस्टेबल की पत्नी को शालिनी की नजदीकियों के बारे में जानकारी होने के बाद आग बबूला हो गई थी। वह अक्सर परिजनों को फोनकर गाली गलौज करती थी। गाली गलौज के कई ऑडियो भी उनके पास मौजूद हैं। शालिनी के लापता होने के बाद परिजनों ने हेड कांस्टेबल पर ही अपहरण के बाद हत्या का आरोप भी लगाया था, लेकिन उस दौरान पुलिस ने उनकी नहीं सुनी थी।