कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर भारतीय और चीनी सेना के बीच हुई झड़प पर संसद में बहस न होने की कड़ी निंदा की। उन्होंने याद दिलाया कि 1962 में चीन के साथ युद्ध के बावजूद तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने सदन में बहस की थी। उन्होंने कहा कि उस दिन करीब 100 सांसदों ने बात की और चर्चा की। उन्होंने कहा कि एक लोकतांत्रिक देश में ऐसी चीजें होनी चाहिए। हालांकि, उन्होंने सीमा विवाद पर चर्चा नहीं करने के लिए केंद्र की मोदी सरकार की आलोचना की।