हैदराबाद: रविवार को सिद्दीपेट में इलाज के दौरान 25 वर्षीय महिला की गिलियन बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) के कारण मौत होने का संदेह है। महिला सिद्दीपेट के सीतारामपेट इलाके की रहने वाली है। दूसरे बच्चे के जन्म के बाद उसे कुछ न्यूरो संबंधी समस्याएं हुईं। उसे निम्स समेत कई अस्पतालों में भर्ती कराया गया। परिवार के सदस्यों ने उसके इलाज पर लाखों रुपये खर्च किए, लेकिन वह ठीक नहीं हो सकी और एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी जान चली गई। यहां यह उल्लेख करना जरूरी है कि महाराष्ट्र में जीबीएस के कारण कई लोगों की जान जा चुकी है। तेलंगाना में जीबीएस से मौत का यह अब तक का पहला मामला है। जीबीएस से प्रभावित मरीजों को बुखार, उल्टी, हाथों में सुन्नपन जैसी समस्याएं होती हैं। डॉक्टरों ने कहा कि यह कोई संक्रामक बीमारी नहीं है। बीमारी के लक्षण हफ्तों तक बने रहते हैं और इसका इलाज किया जा सकता है। कम प्रतिरोधक क्षमता वाले और बैक्टीरिया से प्रभावित लोगों को यह बीमारी होने का खतरा रहता है। हालांकि, उन्होंने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है।