दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यहां रविवार को एक जनसभा के साथ तेलंगाना में पार्टी के चुनाव अभियान की शुरुआत की और कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणाम को यहां भी दोहराया जाएगा। राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक चुनाव परिणाम के बाद, तेलंगाना में भाजपा का सफाया हो गया है और कांग्रेस पार्टी तथा भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के बीच सीधा मुकाबला होगा।
बीआरएस को 'बीजेपी रिश्तेदार समिति' और 'बीजेपी की बी टीम' करार देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक में भाजपा की भ्रष्ट और गरीब विरोधी सरकार को हराया क्योंकि सभी गरीब कांग्रेस के साथ खड़े हैं।
उन्होंने कहा, “एक तरफ भाजपा और उनके अरबपति थे, दूसरी तरफ किसान, मजदूर, आदिवासी, दलित, छोटे व्यापारी, अल्पसंख्यक और कमजोर वर्ग थे। तेलंगाना में भी यही दोहराया जाने वाला है। एक तरफ मुख्यमंत्री, उनका परिवार और उनके 10-15 अरबपति मित्र होंगे; और दूसरी तरफ सभी गरीब, दलित, किसान, आदिवासी, छोटे व्यापारी, अल्पसंख्यक और कमजोर वर्ग होंगे। कर्नाटक में जो हुआ वह तेलंगाना में दोहराया जाएगा।”
कर्नाटक में पार्टी की जीत के बाद 'तेलंगाना जन गर्जना' नाम से आयोजित यह कांग्रेस पार्टी की राज्य में पहली बड़ी सार्वजनिक रैली थी।
राहुल गांधी ने कहा कि पहले कहा जा रहा था कि तेलंगाना में लड़ाई बीआरएस, कांग्रेस और भाजपा के बीच है, लेकिन भाजपा तेलंगाना में खत्म हो गई है और पार्टी को इसका एहसास भी नहीं हुआ।
उन्होंने कहा, “लड़ाई कांग्रेस और भाजपा बी टीम के बीच होगी। जिस तरह हमने कर्नाटक में भाजपा को हराया, उसी तरह हम तेलंगाना में भाजपा बी टीम को हराएंगे।'
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस ने बीआरएस को आमंत्रित करने पर विपक्ष की बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, “हमने स्पष्ट कर दिया है कि हम भाजपा बी टीम के साथ बैठक में शामिल नहीं होंगे, उनके साथ नहीं बैठेंगे और हम उन्हें हराएंगे। राहुल हम भाजपा बी टीम के साथ कभी समझौता नहीं कर सकते।''
उन्होंने भ्रष्टाचार और संसद में प्रमुख विधेयकों पर भाजपा सरकार के समर्थन को लेकर मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) पर भी तीखा हमला बोला।
उन्होंने कहा, “केसीआर वही करते हैं जो नरेंद्र मोदी चाहते हैं। उनका रिमोट कंट्रोल नरेंद्र मोदी के हाथ में है।”
दिल्ली आबकारी नीति मामला, जिसमें केसीआर की बेटी का नाम भी आया था, का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भ्रष्टाचार के कारण केसीआर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दबाव में हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी की रीढ़ हैं और वे बीआरएस को आसानी से हरा सकते हैं। उन्होंने कहा, "आपने कर्नाटक में अपनी ताकत दिखाई और अब तेलंगाना में अपनी ताकत दिखाएं।"
राहुल गांधी ने कहा, “केसीआर सोचते हैं कि वह तेलंगाना के राजा हैं और तेलंगाना उनकी जागीर है। केसीआर उन जमीनों को छीन रहे हैं जो इंदिरा गांधी और कांग्रेस पार्टी ने गरीबों, दलितों और आदिवासियों को दी थीं।''
उन्होंने कहा कि जहां तक भ्रष्टाचार की बात है तो केसीआर ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने आरोप लगाया कि कालेश्वरम परियोजना में एक लाख करोड़ रुपये की हेराफेरी की गई और मिशन काकतीय में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ।
गांधी ने कहा, “केसीआर आपकी जमीनें छीनने के लिए धरणी पोर्टल का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने हर वर्ग का अधिकार छीन लिया है।''
यह कहते हुए कि तेलंगाना गरीबों, किसानों, मजदूरों और कमजोर वर्गों का सपना था, कांग्रेस नेता ने कहा कि बीआरएस ने पिछले नौ वर्षों के अपने शासन के दौरान इस सपने को चकनाचूर कर दिया।