ED अधिकारी बनकर व्यापारियों से जबरन वसूली करने वाला हैदराबाद का ठग गिरफ्तार
Hyderabad,हैदराबाद: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), हैदराबाद क्षेत्रीय कार्यालय ने 3 जनवरी को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत हैदराबाद में एक ठग संदीप देसाई से संबंधित परिसर में तलाशी अभियान चलाया। उक्त कथित ठग के आवासीय परिसर में की गई तलाशी में ठग द्वारा ईडी जांच का सामना कर रहे व्यक्तियों को लुभाने और उनसे जबरन पैसे ऐंठने के लिए इस्तेमाल किए गए कई सिम कार्ड और मोबाइल फोन बरामद और जब्त किए गए। ईडी, हैदराबाद क्षेत्रीय कार्यालय ने इससे पहले 19 दिसंबर को पीएमएलए, 2002 के प्रावधानों के तहत सीएसके रियलटर्स लिमिटेड और सिंह मेंशन प्राइवेट लिमिटेड से संबंधित हैदराबाद में दो परिसरों में तलाशी अभियान चलाया था। ईडी जांच से पता चला कि 19 दिसंबर को उक्त तलाशी की प्रेस विज्ञप्ति के आधार पर ठग संदीप देसाई ने सीएसके रियलटर्स के प्रबंध निदेशक सुरेश कुमार अग्रवाल से संपर्क किया और ईडी अधिकारियों के नाम पर उनसे जबरन पैसे ऐंठने की कोशिश की।
ठग संदीप देसाई ने व्हाट्सएप के जरिए सुरेश कुमार अग्रवाल से संपर्क करने के लिए तीन अलग-अलग मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल किया और खुद को ईडी का वरिष्ठ अधिकारी बताया। उसने सुरेश कुमार अग्रवाल को हैदराबाद के एक पांच सितारा होटल में मिलने के लिए राजी किया और मुलाकात के दौरान खुद को 'राकेश' और ईडी अधिकारी का चचेरा भाई/दोस्त बताया। ठग ने कथित तौर पर सुरेश कुमार अग्रवाल से मोटी रकम की मांग की और अपने संपर्कों के जरिए सीएसके रियलटर्स के खिलाफ चल रही पीएमएलए जांच में उनकी मदद करने की पेशकश की। उपरोक्त कार्यप्रणाली के बारे में प्राप्त जानकारी के आधार पर, सुरेश कुमार अग्रवाल को ईडी अधिकारियों ने लिखित शिकायत दर्ज करने के लिए प्रोत्साहित किया। शिकायत के आधार पर, ईडी अधिकारियों द्वारा त्वरित कार्रवाई शुरू की गई और सीसीटीवी फुटेज और निगरानी के जरिए उक्त ठग की पहचान की गई और उसके ठिकाने का पता लगाया गया। इसके बाद, उसके आवासीय परिसर में तलाशी अभियान चलाया गया, जहां से उसके द्वारा इस्तेमाल किए गए विभिन्न सिम कार्ड और मोबाइल फोन जब्त किए गए। जांच के दौरान दर्ज किए गए अपने बयान में, उक्त ठग संदीप देसाई ने स्वीकार किया कि उसने ईडी अधिकारियों के साथ अपने संबंधों को गलत तरीके से पेश करके उनके नाम पर सुरेश कुमार अग्रवाल से पैसे ऐंठने की कोशिश की थी। मामले की आगे की जांच जारी है।