हिंदी की सशक्त आवाज़ खामोश हो जाती है

Update: 2024-04-28 12:49 GMT

हैदराबाद: हिंदी ने आज अपना एक बेटा खो दिया. दक्षिण में हिंदी का झंडा बुलंद करने वाले प्रसिद्ध पत्रकार, प्रकाशक एवं डेली हिंदी मिलाप के संपादक विनय वीर का आज निधन हो गया। वह 72 वर्ष के थे. अपने संपादन और प्रबंधन शैली से हिंदी को समृद्ध करने वाले श्री वीर ने हिंदी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। दक्षिण में जब भी हिन्दी की श्री वृद्धि की बात होगी तो श्री विनय वीर जी का नाम आदर से लिया जायेगा। स्वतंत्रता सेनानी युद्धवीर और सीता युद्धवीर के परिवार में जन्मे श्री विनय वीर सदैव सेनानी रहे। उनकी मां सीता युद्धवीर दो बार राज्यसभा सदस्य रहीं।

विनय वीर ने बद्रुका कॉलेज में पढ़ाई की। श्री वीर वरिष्ठ पत्रकार एवं अच्छे फोटोग्राफर थे। वह अपने पिता स्वर्गीय श्री युद्धवीर की स्मृति में बनाए गए युद्धवीर फाउंडेशन के सचिव भी थे। यह फाउंडेशन अपने क्षेत्र में सफलता का परचम लहराने वाले लोगों को पुरस्कृत करता रहा है। श्री वीर का अंतिम संस्कार रविवार, 28 अप्रैल, 2024 को सुबह 10-00 बजे महा प्रस्थानम, व्हिस्पर वैली, जुबली हिल्स में किया जाएगा।

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