18 वर्षीय लड़की ने की 'अपहरणकर्ता' से शादी, जानें पूरी कहानी
तेलंगाना के राजन्ना सिरसिला जिले से 18 वर्षीय लड़की के अपहरण के मामले ने उस वक्त नया मोड़ ले लिया,
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | तेलंगाना के राजन्ना सिरसिला जिले से 18 वर्षीय लड़की के अपहरण के मामले ने उस वक्त नया मोड़ ले लिया, जब लड़की ने उसी लड़के के साथ अपनी शादी का वीडियो जारी किया, जिसने उसका 'अपहरण' किया था. शमिली ने कहा कि उसका अपहरण नहीं किया गया, उसके अनुरोध पर उसका प्रेमी ज्ञानेश्वर उसे घर से ले गया, क्योंकि उसके माता-पिता उसकी शादी किसी अन्य व्यक्ति से करने की कोशिश कर रहे थे.
चंदुर्थी मंडल के मूडेपल्ले गांव में 'अपहरण' के घंटों बाद वीडियो जारी किया गया. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और पुलिस के होश उड़ गए. जोड़े ने मंदिर में की शादी का एक वीडियो और तस्वीरें जारी कीं. वीडियो में शमिली ने कहा कि वह दोनों चार साल से प्यार में हैं लेकिन उसके परिवार ने उनके रिश्ते को मंजूर नहीं किया क्योंकि वह दलित है.
उसने यह भी खुलासा किया कि उनकी शादी पिछले साल ही हो गई थी, लेकिन तब वह नाबालिग थी, शादी कानूनी नहीं थी और लड़की के माता-पिता ने ज्ञानेश्वर के खिलाफ पुलिस मामला दर्ज किया था. मामले में लड़के को जेल भेज दिया गया था. सोशल मीडिया पर वायरल हुए 'अपहरण' के सीसीटीवी फुटेज का जिक्र करते हुए शामिली ने कहा कि वह उसे पहचान नहीं पाई क्योंकि उसने नकाब पहन रखा था. यह जानने के बाद कि वह ज्ञानेश्वर है, उसने स्वेच्छा से उससे शादी कर ली. यह कहते हुए कि उन्हें माता-पिता से अपनी जान का खतरा है, उसने पुलिस सुरक्षा की मांग की.
इससे पहले फिल्मी अंदाज में अपहरण के वीडियो ने तहलका मचा दिया था. 'अपहरणकर्ताओं' में से एक लड़का लड़की को कार की ओर घसीटता है और गाड़ी की पिछली सीट पर धक्का देते हुए बैठा देता है. बचाने के लिए आए लड़की के पिता को अपहरणकर्ताओं ने धक्का दे दिया और वह पीड़िता को लेकर भाग गए. कुछ सेकंड बाद, लड़की के पिता कार का पीछा करने के लिए अपनी मोटरसाइकिल पर निकलते हुए दिखाई देते हैं. हालांकि, उनका प्रयास सफल नहीं हो पाया. बाद में उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
{जनता से रिश्ता इस खबर की पुष्टि नहीं करता है ये खबर जनसरोकार के माध्यम से मिली है और ये खबर सोशल मीडिया में वायरलहो रही थी जिसके चलते इस खबर को प्रकाशित की जा रही है। इस पर जनता से रिश्ता खबर की सच्चाई को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं करता है।}