चेन्नई: सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय (डीवीएसी) ने हाल ही में सरकारी स्वामित्व वाली तस्माक के तीन जिला प्रबंधकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जांच में पता चला है कि तिरुवन्नामलाई के एक रिटेल आउटलेट के सुपरवाइजर ने जुलाई 2016 से मार्च 2018 तक रोजाना की कमाई में से 46 लाख रुपये की हेराफेरी की है। एफआईआर में बताया गया है कि सुपरवाइजर शराब की बिक्री से होने वाली कमाई से कुछ लाख रुपये कम रकम राज्य सरकार के बैंक खाते में जमा करता था। डीवीएसी ने बताया कि अरनी तालुक में तस्माक रिटेल शॉप नंबर 9321 के सुपरवाइजर पी अरिवाझगन इस काम में शामिल थे। जांच अवधि के दौरान कमाई और बैंक खाते में जमा की गई रकम में 2 लाख से 5 लाख रुपये प्रति महीने का अंतर था। डीवीएसी ने कहा कि कुल मिलाकर 46.09 लाख रुपये की हेराफेरी पाई गई। उन्होंने कहा कि हेराफेरी के लिए तिरुवन्नामलाई जिला पुलिस पहले से ही अरिवाझागन की जांच कर रही है। हालांकि, मौजूदा मामले में डीवीएसी ने इस हेराफेरी का दोष तस्माक के तत्कालीन जिला प्रबंधक पार्थिबन, तत्कालीन सहायक प्रबंधक (लेखा), के पुष्पलता और एमए चेंगिसखान पर मढ़ा। डीवीएसी ने कहा कि पार्थिबन दुकानवार/बैंकवार और तिथिवार धन प्रेषण और समाधान को सत्यापित करने में विफल रहे, जबकि पुष्पलता और खान यह सुनिश्चित करने में विफल रहे कि खुदरा वेंडिंग दुकानों पर एकत्र किया गया सारा पैसा दैनिक आधार पर बैंकों में जमा हो।