9 अप्रैल 2012 को इस मूर्ति को वर्धराजा पेरूमल मंदिर से चुरा लिया गया

Update: 2022-02-24 13:59 GMT

तमिलनाडु में करीब एक दशक पहले चोरी हुई भगवान हनुमान की मूर्ति मिल गई है। 14वीं-15वीं शताब्दी की इस प्राचीन मूर्ति को चुराकर तस्करी के जरिए विदेश में बेचा गया था। केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी का कहना है कि यह मूर्ति विदेश से जल्द भारत लाई जाएगी। 500 साल पुरानी इस मूर्ति को एक व्यक्ति ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में खोज निकाली।

केंद्रीय मंत्री ने मूर्ति के बारे में दी जानकारी

केंद्रीय मंत्री ने अपने एक ट्वीट में बुधवार को कहा, 'पांच सौ साल पुरानी भगवान हनुमान की कांस्य प्रतिमा को तमिलनाडु के एक मंदिर से चुरा लिया गया था। इसे अब भारत लाया जाएगा। चुराई गई प्रतिमा को अमेरिकी होमलैंड सेक्युरिटी ने प्राप्त किया। यूएस सीडीए ने अब इसे एचसीआई कैनबरा को सौंप दिया है।' रेड्डी ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारतीय धरोहरों को वापस लाने का काम चलता रहेगा।

2012 में तमिलनाडु के मंदिर से चोरी हुई थी

एएसआई के मुताबिक 9 अप्रैल 2012 को इस मूर्ति को अरियालुर जिले के वेल्लूर गांव में स्थित वर्धराजा पेरूमल मंदिर से चुरा लिया गया। साल 2014 में ऑस्ट्रेलिया में इमकी नीलामी हुई। बाद में जांच पड़ताल के बाद पता चला कि यह मूर्ति तमिलनाडु के मंदिर से चुराई गई है। सूत्रों का कहना है कि मूर्ति की नीलामी करने वाले ऑक्शन हाउस और इसे खरीदने वाले व्यक्ति को यह पता नहीं था कि यह मूर्ति भारत से चुराकर यहां लाई गई है। बाते सात वर्षों में सरकार ने ऐसे करीब 212 धरोहरों एवं कलाकृतियों को वापस लाने में सफलता पाई है। 

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