तमिलनाडु : गुरुग्राम पुलिस के सभी कार्यालयों व यूनिटों में भी शपथ लेकर मनाया दिवस

पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की पुण्यतिथि 21 मई को हर वर्ष आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में मनाया जाता है

Update: 2022-05-24 09:42 GMT

गुरुग्राम, 20 मई (हि.स.)। स्थानीय लघु सचिवालय के सभागार में नगराधीश दर्शन यादव ने आतंकवाद विरोधी दिवस के उपलक्ष में जिला के अधिकारियों व कर्मचारियों को सभी प्रकार के आतंकवाद और हिंसा का विरोध करने की शपथ दिलाई।

पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की पुण्यतिथि 21 मई को हर वर्ष आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में मनाया जाता है, क्योंकि राजीव गांधी की मृत्यु आतंकवादी घटना में हुई थी। इस दिन लोगों को आतंकवाद और किसी भी प्रकार की हिंसा का विरोध करने की शपथ दिलाई जाती है। इस बार 21 मई को शनिवार को अवकाश होने की वजह से सरकार द्वारा यह दिवस शुक्रवार 20 मई को मनाने का निर्णय लिया गया। नगराधीश दर्शन यादव ने सर्वप्रथम सभी उपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों को शपथ दिलाई कि हम भारतवासी अपने देश की अहिंसा एवं सहनशीलता की परंपरा में दृढ़ विश्वास रखते हैं। निष्ठापूर्वक शपथ लेते हैं कि हम सभी प्रकार के आतंकवाद और हिंसा का डटकर विरोध करेंगे। हम मानव जाति के सभी वर्गों के बीच शान्ति, सामाजिक सद्भाव तथा सूझ-बूझ कायम करने और मानव जीवन मूल्यों को खतरा पहुंचाने वाली और विघटनकारी शक्तियों से लडऩे की भी शपथ लेते हैं।
नगराधीश श्री यादव ने कहा कि हमे समाज में शान्ति व सद्भाव को आपसी सूझ-बूझ से कायम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 में हुआ था। वे 1984 से लेकर 1989 तक देश के प्रधानमंत्री रहे और 1991 में चुनाव प्रचार के दौरान 21 मई को तमिलनाडू के श्रीपेरमबदूर में एक बम विस्फोट में इस दुनिया को अलविदा कह गए। उन्हीं की पुण्यतिथि को सरकार द्वारा आतंकवादी विरोधी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर कई सरकारी विभागों के अधिकारीगण व कर्मचारी उपस्थित थे।
गुरुग्राम पुलिस द्वारा भी ली गई शपथ
पुलिस आयुक्त कार्यालय में पुलिस अधिकारियों व पुलिसकर्मियों द्वारा शपथ ली गई। इसके अतिरिक्त गुरुग्राम पुलिस के सभी कार्यालयों व यूनिटों में भी शपथ लेकर यह दिवस मनाया। इस दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य युवाओं को आतंकवाद और हिंसा के रास्ते से दूर करना है तथा लोगों में शांति, मानवता, एकता और सद्भाव का संदेश फैलाना और उन्हें आतंकवाद के असामाजिक कृत्यों से अवगत कराना है।


Tags:    

Similar News