स्टालिन व द्रमुक नेताओं ने करुणानिधि की बरसी मनाने के लिए निकाला शांति मार्च
चेन्नई (आईएएनएस)। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, उनके कैबिनेट सहयोगियों और द्रमुक पार्टी के नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि की पांचवीं पुण्यतिथि मनाने के लिए सोमवार को यहां शांति मार्च निकाला। शांति रैली ओमनदुरार एस्टेट परिसर में करुणानिधि की प्रतिमा से शुरू होकर मरीना बीच में कलैग्नार मेमोरियल तक गई।
एक्स पर पोस्ट और वीडियो की एक श्रृंखला में, स्टालिन ने अपने दिवंगत पिता को याद किया और कहा: "मैं आपको देखकर बड़ा हुआ हूं। आपकी नीति के बारे में जाना। मैं आपके सपनों को साकार करूंगा।"
शांति मार्च में डीएमके के सभी नेता, मंत्री, विधायक और सांसद और हजारों लोग शामिल हुए।
करुणानिधि ने 1969 से 2011 के बीच पांच कार्यकालों में लगभग दो दशकों तक तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया था।
लंबी बीमारी और वृद्धावस्था संबंधी स्वास्थ्य जटिलताओं के कारण 7 अगस्त, 2018 को चेन्नई के एक अस्पताल में उनका निधन हो गया।
करुणानिधि एक प्रसिद्ध लेखक भी थे और तमिल साहित्य में उनके योगदान के लिए उन्हें कलैग्नार और मुत्थामिज़ अरिग्नार के नाम से जाना जाता था।
6,863 दिनों के कार्यकाल के साथ तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के रूप में उनका कार्यकाल सबसे लंबा था।
वह द्रविड़ आंदोलन के एक लंबे समय तक नेता और द्रमुक के 10 बार अध्यक्ष भी रहे।
करुणानिधि के नाम विधानसभा चुनाव में कभी न हारने का रिकॉर्ड भी रहा है।
1957 से वे 13 बार जीत चुके थे।
राजनीति में आने से पहले उन्होंने तमिल फिल्म इंडस्ट्री में स्क्रिप्ट राइटर के तौर पर काम किया था।