IIT मद्रास में बवाल, तमिल एंथम न बजाने पर खोला गया मोर्चा

Update: 2021-11-24 04:58 GMT

चेन्नई: आईआईटी मद्रास (IIT Madras) के दीक्षांत समारोह में तमिल एंथम न बजाने को लेकर विवाद हो गया. दरअसल, शुक्रवार को आईआईटी मद्रास का 58वां दीक्षांत समारोह हुआ. इस साल 1962 छात्र स्नातक पास हुए. ओलंपिक विजेता पीवी सिंधू ने वर्चुअली इसमें हिस्सा लिया और ग्रेजुएट छात्रों को शुभकामनाएं दीं.

हालांकि, पट्टाली मक्कल काची के नेता रामदास ने दावा किया कि दीक्षांत समारोह के दौरान तमिल एंथम नहीं बजाया गया, इसके बाद विवाद छिड़ गया.
रामदास ने ट्वीट किया, IIT Madras के दीक्षांत समारोह में तमिल एंथम नहीं बजाया गया, जबकि संस्कृत गाने गाए गए. यह तमिल का अपमान है. तमिलनाडु सरकार को IIT मद्रास प्रबंधन से इस बारे में बात करनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी समारोहों के दौरान तमिल गान गाया जाए. इतना ही नहीं PMK कार्यकर्ताओं ने आईआईटी कैंपस के आसपास विरोध प्रदर्शन किया.
उधर, AIADMK नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने कहा, वे इस मुद्दे से नाखुश हैं. पनीरसेल्वम ने कहा, आईआईटी मद्रास दीक्षांत समारोह के दौरान तमिल एंथम गाने नहीं गाया गया. इसे नजरअंदाज करना बहुत दुखद है. इतना ही नहीं उन्होंने मुख्यमंत्री से आईआईटी प्रशासन से बात करने और यह सुनिश्चित करने की आने वाले कार्यक्रमों में तमिल एंथम को नजरअंदाज नहीं किया जाए.
दक्षिण चेन्नई से डीएमके सांसद तमिलाची थंगापांडियन ने कहा कि यह बेहद निंदनीय है कि आईआईटी मद्रास ने तमिल एंथम नहीं गया गया. कई बार पीएम मोदी ने तमिल भाषा की तारीफ की है. पीएम अपने भाषण में तिरुवल्लुवर जैसे तमिल कवियों का जिक्र करना नहीं भूले. उन्होंने कहा, IIT मद्रास तमिलनाडु में एक सेंट्रल इंस्टीट्यूट है, इसलिए उनके लिए तमिल एंथम बजाना अनिवार्य है और वे IIT मद्रास से एंथम बजाने की अपील करेंगी.
Tags:    

Similar News

-->