तमिलनाडु में राजनीतिक अटकलें तेज, वीसीके नेता थोल ने CM Stalin से की मुलाकात

Update: 2024-09-16 12:28 GMT
Tamil Nadu चेन्नई : तमिलनाडु की राजनीति में अटकलें तेज हो गई हैं, क्योंकि विदुथलाई चिरुथैगल काची (वीसीके) के संस्थापक थोल थिरुमावलवन ने सोमवार को तमिलनाडु सचिवालय में मुख्यमंत्री एमके स्टालिन CM Stalin से मुलाकात की।
यह मुलाकात इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि वीसीके नेता और चिदंबरम लोकसभा सीट से सांसद ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि गठबंधन सहयोगियों को तमिलनाडु मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना चाहिए, जिससे सभी सहयोगी सत्ता के लाभार्थी बन जाएंगे।
यह ध्यान देने वाली बात है कि तमिलनाडु में द्रविड़ पार्टियां डीएमके और एआईएडीएमके बारी-बारी से 1969 से सत्ता में हैं। हालांकि इन दोनों द्रविड़ प्रमुख पार्टियों के पास गठबंधन सहयोगी रहे हैं, लेकिन उन्होंने उनमें से किसी को भी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया है।
इसलिए, तमिलनाडु के राजनीतिक इतिहास के मद्देनजर थोल थिरुमावलवन का बयान महत्वपूर्ण है। तमिलनाडु में वीसीके इंडिया ब्लॉक में गठबंधन सहयोगी है और इसके चार विधायक हैं, लेकिन उनमें से किसी को भी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया है।
डीएमके और एआईएडीएमके दोनों ने ही वीसीके नेता द्वारा सत्ता साझा करने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। दिलचस्प बात यह है कि वीसीके नेता तमिलनाडु की प्रमुख विपक्षी पार्टी एआईएडीएमके को गांधी जयंती पर आयोजित शराब उन्मूलन बैठक में आमंत्रित करने के लिए भी चर्चा में थे।
गौरतलब है कि जब थोल थिरुमावलवन ने 2 अक्टूबर को शराब विरोधी बैठक और तमिलनाडु में गठबंधन सरकार के लिए खुले तौर पर आह्वान किया था, तब सीएम स्टालिन अमेरिका में थे।
राज्य की अस्पष्ट राजनीति में जहां विरोधी राजनीतिक नेता एक-दूसरे से सहमत नहीं हैं, वीसीके द्वारा एआईएडीएमके को आमंत्रित करने से कई लोगों की भौहें तन गई हैं। तमिलनाडु के सबसे ताकतवर दलित राजनीतिक संगठन वीसीके के पाला बदलने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
इस संदर्भ में थोल थिरुमावलवन की डीएमके अध्यक्ष स्टालिन से मुलाकात महत्वपूर्ण हो जाती है। वीसीके के दो सांसद थोल थिरुमावलवन और डी रविकुमार विल्लुपुरम निर्वाचन क्षेत्र से हैं और पार्टी का वोट शेयर 2.5 प्रतिशत है।
पार्टी ने 2024 का लोकसभा चुनाव अपने ‘पॉट’ चुनाव चिन्ह पर लड़ा था। डीएमके के साथ गठबंधन में तमिलनाडु विधानसभा में पार्टी के चार विधायक भी हैं। याद रहे कि एआईएडीएमके नेता डी जयकुमार और सेलूर राजू ने वीसीके नेता के गठबंधन सरकार के सुझाव का कड़ा विरोध किया था।
सेलूर राजू ने यहां तक ​​कहा था कि तमिलनाडु में या तो डीएमके या एआईएडीएमके की सरकार बनेगी और उन्होंने राज्य में किसी भी गठबंधन सरकार को सार्वजनिक रूप से खारिज कर दिया था।
तिरुचि के राजनीतिक विश्लेषक एमके मुकुंदराज ने आईएएनएस को बताया, "वीसीके डीएमके गठबंधन से आगे निकलने की कोशिश कर रही है। गठबंधन सरकार के लिए खुला बयान और मुख्य विपक्षी पार्टी एआईएडीएमके को शराब विरोधी अभियान में शामिल होने का निमंत्रण वास्तव में चतुर राजनीतिक चाल है, क्योंकि वह राजनीतिक हालात को परखने की कोशिश कर रहे हैं।"

(आईएएनएस)

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