स्थानीय चुनाव: हिजाब में महिला के वोट डालने पर जताई आपत्ति, भाजपा एजेंट गिरफ्तार
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हिजाब का मुद्दा तमिलनाडु के शहरी स्थानीय निकाय चुनावों में शनिवार को उस समय गूंज उठा जब भारतीय जनता पार्टी के एक पोलिंग एजेंट ने मदुरै जिले के मेलूर नगरपालिका के एक बूथ पर महिलाओं के चेहरे ढककर मतदान करने पर आपत्ति जताई। हिजाब में एक महिला को वोट डालने की अनुमति देने पर आपत्ति जताने के आरोप में मदुरै पुलिस ने भाजपा बूथ एजेंट गिरिराजन को गिरफ्तार कर लिया।
हिजाब में मतदान करने पर आपत्ति
गिरिराजन पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें सरकारी कर्मचारियों को उनके कर्तव्यों का पालन करने से रोकना भी शामिल था। सत्तारूढ़ डीएमके और प्रमुख विपक्षी एआईडीएमके सहित अन्य सभी दलों के मतदान अधिकारी और मतदान एजेंट, भाजपा एजेंट गिरिराजन द्वारा उठाई गई आपत्ति से सहमत नहीं थे, जिसके बाद बूथ पर मतदान 30 मिनट तक बाधित रहा। उन्होंने यह मुद्दा तब उठाया जब हिजाब पहने एक महिला बूथ के अंदर थी।
पुलिस के हस्तक्षेप के बाद गिरिराजन को मतदान केंद्र से बाहर भेज दिया गया और एक अन्य भाजपा पदाधिकारी को पार्टी के मतदान एजेंट के रूप में तैनात किया गया। बाद में गिरिराजन को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
तमिलनाडु में शहरी स्थानीय निकायों में वार्ड सदस्य चुनाव
अधिकारियों ने कहा कि तमिलनाडु में 640 से अधिक शहरी स्थानीय निकायों में 12,500 से अधिक वार्ड सदस्यों के चुनाव के लिए शनिवार को मतदान शांतिपूर्ण रहा। दिन के दौरान कई क्षेत्रों में मतदान कम रहा और राज्य चुनाव आयोग की ओर से जल्द ही कुल मतदान प्रतिशत की घोषणा की उम्मीद है। 22 फरवरी को 268 केंद्रों पर मतगणना शुरू होगी। तमिलनाडु में आखिरी बार शहरी निकाय चुनाव 2011 में हुए थे, जब अन्नाद्रमुक सत्ता में थी।
कुछ मतदान केंद्रों पर ईवीएम खराब होने की भी शिकायतें मिली थीं और सियासी दलों के एक-दूसरे पर पैसे बांटने के कई आरोप भी लगे थे। कुछ मामलों में सत्तारूढ़ द्रमुक और मुख्य विपक्षी अन्नाद्रमुक ने एक दूसरे के खिलाफ आरोप लगाए। भाजपा ने राज्य भर में द्रमुक द्वारा पैसे बांटने का भी आरोप लगाया।