तमिलनाडु में भारी बारिश का कहर, अबतक 12 लोगों की मौत, कई क्षेत्रों में रेड अलर्ट

तमिलनाडु में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते हालात बेहद खराब हो गए हैं।

Update: 2021-11-10 11:24 GMT

नई दिल्‍ली, तमिलनाडु में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते हालात बेहद खराब हो गए हैं। समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक राज्‍य में वर्षा जनित हादसों में 12 लोगों की मौत हो गई है। राहत और बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ की 11 टीमें और एसडीआरएफ (State Disaster Response Force, SDRF) सात टीमें तैनात की गई हैं। मौसम विभाग का कहना है कि तमिलनाडु के लोगों को फिलहाल भारी बारिश से निजात नहीं मिलने वाली है। विभाग ने विलुप्पुरम, शिवगंगा, रामनाथपुरम, कुड्डालोर और कराईकल में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है।

बीते चार दिनों से तमिलनाडु में भारी बारिश के चलते निचले इलाकों में पानी भर गया है और सड़कें तालाब जैसी नजर आ रही हैं। मौसम विभाग की मानें तो एक कम दबाव का क्षेत्र दक्षिणपूर्व और उससे सटे दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर बना हुआ है। मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र जल्द ही डिप्रेशन में बदल सकता है। इससे पूरे तमिलनाडु में भारी बारिश के कारण हालात और खराब होने की आशंका है। मौसम विभाग ने पुडुचेरी में भी अगले 24 घंटे में भारी बारिश का पूर्वानुमान व्‍य‍क्‍त किया है।
भारी बारिश के चलते अधिकारियों ने तमिलनाडु के थेनी जिले और आसपास के निचले इलाकों के लिए बाढ़ की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग की ओर से जारी बयान के मुताबिक 10 से 11 नवंबर के दौरान दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी, मन्नार की खाड़ी और तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे से 65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। इसे देखते हुए मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल और के कुछ हिस्सों और अंडमान निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं मौसम का पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी एजेंसी स्‍काईमेट वेदर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि तेलंगाना, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप में भी हल्की बारिश हो सकती है। वहीं दूसरी ओर दिल्ली एनसीआर के इलाके में वायु प्रदूषण खराब श्रेणी में बरकरार रह सकता है।


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