तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री ने लिया मेडिकल सप्लाई का जायजा, कुछ दिनों में भेजी जाएगी 28 करोड़ रुपये की मेडिकल सप्लाई
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राजनीतिक और आर्थिक संकट से गुजर रहे श्रीलंका के लिए भारत ने अपने समर्थन की बात हाल ही में कही थी. इसके तहत श्रीलंका को जरूरी सामान की सप्लाई भी की जा रही है. इस बीच तमिलनाडु सरकार की ओर से भी श्रीलंका को जरूरी सामान भेजा जा रहा है. इसके तहत रविवार को तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री एमए सुब्रमण्यम और स्वास्थ्य सचिव राधाकृष्णन ने श्रीलंका को भेजे जाने वाली मेडिकल सप्लाई की जानकारी ली.
तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य सचिव ने मौके पर पहुंचकर श्रीलंका को भेजी जाने वाली दवाओं और अन्य सामान का निरीक्षण किया. योजना के तहत श्रीलंका को अगले कुछ दिनों में तमिलनाडु की ओर से 137 तरह की मेडिकल सप्लाई भेजी जाएगी. इनकी कुल कीमत करीब 28 करोड़ रुपये है. इसे लेकर तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मौजूदा समय में श्रीलंका को 8 करोड़ रुपये कीमत की मेडिकल सप्लाई भेजी जा रही है.
जरूरी सामान का है संकट
उन्होंने जानकारी दी है कि श्रीलंका को यह मेडिकल सप्लाई और दवाएं मानवीय आधार पर भेजी जा रही हैं. भले ही वे सिंहली हों या तमिल. बता दें कि इससे पहले भारत सरकार ने श्रीलंका की मदद के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई थी. वहीं श्रीलंका के लोगों का कहना है कि उनके पास ना तो खाने का सामान है और ना ही एलपीजी गैस. दरअसल श्रीलंका अब तक के अपने सबसे बड़े आर्थिक संकट से गुजर रहा है.
विक्रमसिंघे बने हैं नए प्रधानमंत्री
पिछले दिनों ही महिंदा राजपक्षे ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दिया था. इसके बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में हिंसा भड़क गई थी. प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए थे और बसों व अन्य वाहनों में आगजनी भी की गई थी. इसके बाद रानिल विक्रमसिंघे को श्रीलंका का नया प्रधानमंत्री बनाया गया था. श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने मुख्य विपक्षी दल समागी जन बालावेगाया (एसजेबी) के नेता से दलगत राजनीति को छोड़कर ज्वलंत मुद्दों को हल करने और देश की अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए एक गैर-पक्षपातपूर्ण सरकार बनाने में उनका साथ देने का आग्रह किया था.
यूरिया भी भेजेगा भारत
यूनाइटेड नेशनल पार्टी (यूएनपी) के 73 वर्षीय नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को श्रीलंका की बिगड़ती आर्थिक स्थिति को स्थिरता प्रदान करने के लिए देश के 26वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई थी. वहीं गहरे आर्थिक एवं राजनीतिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका को भारत ने 65,000 टन यूरिया की तत्काल आपूर्ति का भरोसा दिलाया है जिसका इस्तेमाल धान की खेती में किया जाएगा. स्थानीय मीडिया में शनिवार को प्रकाशित खबरों के मुताबिक, नयी दिल्ली स्थित श्रीलंकाई उच्चायुक्त मिलिंदा मोरागोडा ने गत गुरुवार को उर्वरक सचिव राजेश कुमार चतुर्वेदी के साथ मुलाकात में उर्वरक का मुद्दा उठाया। इस दौरान चतुर्वेदी ने उन्हें भरोसा दिलाया कि भारत जल्द ही श्रीलंका को 65,000 टन यूरिया की आपूर्ति करेगा.