एमजीआर की प्रतिमा से तोड़-फोड़, अन्नाद्रमुक ने उठाई कार्रवाई की मांग
तमिलनाडु के तंजावुर में सोमवार को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री (दिवंगत) एमजी रामचंद्रन की प्रतिमा के साथ तोड़-फोड़ कर दी गई थी।
तमिलनाडु के तंजावुर में सोमवार को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री (दिवंगत) एमजी रामचंद्रन की प्रतिमा के साथ तोड़-फोड़ कर दी गई थी। इस मामले में विपक्षी अन्नाद्रमुक की ओर से विरोध किए जाने के बाद सोमवार को ही पुलिस ने एक 40 वर्षीय दिहाड़ी मजदूर को गिरफ्तार किया था। अन्नाद्रमुक ने इस पूरी घटना के पीछे जिम्मेदार असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
गिरफ्तार किए गए व्यक्ति का नाम शेखर है और पुलिस का कहना है कि उसने प्रतिमा के साथ तोड़-फोड़ नशे ही हालत में की थी। एमजीआर के नाम से लोकप्रिय अन्नाद्रमुक के संस्थापक रामचंद्रन की नॉर्थ मेन स्ट्रीट पर स्थित आवक्ष प्रतिमा को उसके आसन से हटा हुआ पाया गया था। इसे लेकर अन्नाद्रमुक कार्यकर्ताओं ने कहा था कि पार्टी संस्थापक का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बड़ी संख्या में जमा हुए पार्टी कार्यकर्ता, बनी तनाव की स्थिति
प्रतिमा के साथ तोड़-फोड़ की जानकारी मिलने के बाद बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता घटनास्थल पर एकत्र हो गए थे जिसके चलते कुछ समय के लिए यहां तनाव की स्थिति बन गई ती। अन्नाद्रमुक ने इस घटना का विरोध किया है और सख्त प्रतिक्रिया देते हुए पार्टी के संस्थापक की प्रतिमा के साथ इस तरह का कार्य किए जाने के पीछे असामाजिक तत्वों की भूमिका होने की बात कही है।
राज्य सरकार इस घटना में जल्द कार्रवाई करे: पलानीस्वामी
अन्नाद्रमुक के समन्वयक ओ पनीरसेल्वम ने देश की सेवा करने वाले नेताओं का अपमान करने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही किए जाने की मांग की है। वहीं, पार्टी के संयुक्त समन्वयक और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता के पलानीस्वामी ने क्रांतिकारी नेताओं के अपमान के प्रयासों की निंदा की है और सरकार के इस घटना में जल्द से जल्द कार्रवाई करने के लिए कहा है। इसके अलावा दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की करीबी और अन्नाद्रमुक से बर्खास्त की जा चुकीं वीके शशिकला ने भी इस घटना के पीछे जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कदम उठाने की मांग की है।