चेन्नई: LIC में प्रस्तावित IPO को लेकर धरने पर बैठे कर्मचारी, DMK सांसद ने कही यह बात

भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) में प्रस्तावित IPO (Initial public offering) के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.

Update: 2022-03-05 12:45 GMT

भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) में प्रस्तावित IPO (Initial public offering) के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. भारतीय बीमा कर्मचारी संघ, DMK ट्रेड यूनियन समेत विभिन्न संगठनों के लोग धरने पर बैठे हैं. वहीं, द्रमुक सांसद टीकेएस एलंगोवन (DMK MP TKS Elangovan) ने कहा, 'सरकार कुछ निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा कर रही है. हम इसका विरोध जारी रखेंगे.' गौरतलब है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले महीने की 22 तारीख को कहा था कि भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को लेकर बाजार में काफी रुचि और चर्चा है.

उन्होंने यह भी संकेत दिया कि आईपीओ चालू वित्त वर्ष में ही आएगा. उल्लेखनीय है कि सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी ने 13 फरवरी को सरकार की पांच प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने को लेकर सेबी के पास विवरण पुस्तिका जमा की है. इस हिस्सेदारी की बिक्री से 63,000 करोड़ रुपये जुटाये जाने की उम्मीद है.
उन्होंने कहा था, 'अब जब डीआरएचपी (एलआईसी आईपीओ के लिए विवरण पुस्तिका) आ गया है, तो बाजार में इसको लेकर रुचि और चर्चा है. मुझे खुशी है कि इसे जिस तरह से तैयार किया गया है, उसमें शेयरधारकों की भी भूमिका है. जिस तरह से इसे तैयार किया गया है, उसने बहुत रुचि पैदा की है. हम इसको लेकर आगे बढ़ेंगे.'यह पूछे जाने पर कि क्या आईपीओ चालू वित्त वर्ष में आएगा, सीतारमण ने कहा, 'डीआरएचपी दो साल पहले तो जारी नहीं हुआ है….'
पिछले महीने 22 फरवरी को LIC ने स्पष्ट किया था कि प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई) के पॉलिसीधारक आईपीओ में रियायती मूल्य पर शेयरों के लिए पात्र नहीं हैं. एलआईसी ने एक बयान में कहा था, 'यह एक समूह बीमा उत्पाद है और पीएमजेजेबीवाई पॉलिसीधारक रियायती मूल्य पर शेयर प्राप्त करने के पात्र नहीं हैं.'जीवन बीमा कंपनी के चेयरमैन एम आर कुमार के 21 फरवरी को दिए गए बयान के बाद एलआईसी ने स्पष्टीकरण जारी किया था. कुमार ने संवाददाताओं से कहा था कि पीएमजेजेबीवाई ग्राहक भी पॉलिसीधारकों के लिए उपलब्ध लाभों के लिए पात्र हैं.

LIC IPO पर मंडराया रूस-यूक्रेन जंग का खतरा
एलआईसी आईपीओ (LIC IPO) को रूस-यूक्रेन संकट का खतरा मंडरा रहा है. सरकार देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के आरंभिक सावर्जनिक पेशकश (IPO) की टाइमिंग को रिव्यू कर सकती है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में आईपीओ की टाइमिंग में बदलाव के संकेत दिए थे. उन्होंने कहा था कि रूस और यूक्रेन में जारी जंग की वजह से एलआईसी आईपीओ पर एक बार फिर से विचार किया जा सकता है.


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